महाराष्ट्र पॉलिटिक्स के लिए मंगलवार (5 जुलाई) का दिन काफी अहम रहा। अजित पवार गुट की ओर चुनाव आयोग के सामने दायर याचिका में दावा किया गया कि 30 जून को हुई पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रस्ताव पास किया गया है कि शरद पवार की जगह अब एनसीपी की कमान अजित पवार के हाथ में होगी। इस सबके बीच अब शरद पवार ने गुरुवार 6 जुलाई को नई दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की यह बैठक कई लिहाज से काफी अहम मानी जा रही है। एनसीपी का असल हकदार कौन है, फिलहाल यही सबसे बड़ा सवाल है। विधायकों के समर्थन के लिहाज से अजित पवार का पलड़ा भारी रहा है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी में बगावत, पार्टी की कमान, संपत्ति, चुनाव चिह्न, पार्टी का नाम जैसे मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
बैठक में कौन-कौन होगा शामिल?
जहां अजित पवार ने संख्या बल दिखाकर यह बात साफ करने की कोशिश की है कि एनसीपी के असल मुखिया वही हैं वहीं शरद पवार गुट ने भी उनका सामना करने की पूरी तैयारी कर ली है। मंगलवार को हुई बैठक में सुप्रिया सुले ने अजित पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह दुनिया की सबसे भ्रष्ट पार्टी का हिस्सा हो गए हैं।
देखना यह अहम होगा कि दिल्ली में आज होने वाली बैठक से क्या बात निकल कर सामने आती है। शरद पवार के नेतृत्व में होने वाली इस मीटिंग में जयंत पाटिल, सुप्रिया सुले, जितेंद्र आव्हाड सहित एनसीपी के लोकसभा और राज्यसभा के सांसद मौजूद रहेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में अजित पवार के खिलाफ प्रस्ताव पास हो सकता है।
किसका पलड़ा भारी है?
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का असल हकदार कौन है ये दिखाने के लिए नंबर गेम भी काफी अहम माना जा रहा है। शरद पवार और अजीत पवार दोनों ने बुधवार को अलग-अलग बैठकें बुलाईं ताकि यह दिखाया जा सके कि उनके पास “असली एनसीपी” होने का दावा करने के लिए आवश्यक संख्या है।
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किसमें कितना है दम, एक नज़र डालें
- NCP विधायकों की कुल संख्या: 53
- अजित पवार ने जिन विधायकों के समर्थन का दावा किया है उनकी संख्या: 42
- अजित पवार की बैठक में मौजूद विधायक: 31
- शरद पवार की बैठक में मौजूद विधायक: 13
- अजित पवार को दल-बदल विरोधी कानून को मात देने की जरूरत है: कम से कम 36 विधायक
- अजित पवार के पास अभी 5 विधायकों की कमी है
- दोनों बैठकों से गायब विधायकों की संख्या: 9