Maharashtra News: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने 3 सितंबर, शनिवार को महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे को नसीहत दी। उन्होंने शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली को लेकर टकराव की स्थिति से बचने की सलाह दी। दरअसल उद्धव ठाकरे गुट और शिंदे गुट की शिवसेना ने शिवाजी पार्क मैदान में पार्टी की वार्षिक दशहरा रैली के आयोजन की मांग की है।

दशहरा रैली से जुड़े सवाल पर शरद पवार ने मीडिया से कहा कि एक सीएम को टकराव की स्थिति से बचना चाहिए और सभी को साथ लेकर चलना चाहिए। बता दें कि इसी साल जून में शिवसेना में एकनाथ शिंदे ने बगावत कर दिया था। नतीजा यह रहा कि महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई।

ऐसे में दो धड़ों में बंटे शिवसेना में पार्टी पर पूर्ण अधिकार को लेकर जंग जारी है। वहीं 1966 में बाल ठाकरे द्वारा स्थापित शिवसेना अपनी स्थापना के बाद से दशहरा रैली का आयोजन कर रही है। ऐसे में शिंदे गुट की शिवसेना ने खुद को असली शिवसेना बताते हुए रैली के आयोजन के लिए शिवाजी पार्क मैदान की मांग की है।

वहीं सूत्रों का कहना है कि निगम की तरफ से अभी परमिशन नहीं दी गई है। बता दें कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार महाराष्ट्र के सबसे अनुभवी नेता माने जाते हैं, उनका इस विवाद में कूदना, मामले को तूल दे सकता है।

पवार की सलाह पर शिंदे गुट के प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने सवाल किया कि जब तत्कालीन सीएम उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को भोजन करने के दौरान गिरफ्तार करवा लिया, तो क्या ठाकरे को पवार ने टकराव से बचने की सलाह दी थी? जब ‘युवराज’ (आदित्य ठाकरे) शिंदे के खिलाफ बयानबाजी करते हैं तो क्या पवार उनसे संयम बरतने की बात करते हैं?

शिवसेना के बागी विधायकों का नेतृत्व करने वाले एकनाथ शिंदे ने 30 जून को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के 55 में से 40 विधायकों का समर्थन है। इसके साथ ही उनकी सरकार को भाजपा का भी समर्थन है।