शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल और डिप्टी स्पीकर को एक पत्र लिखा था। जिसको लेकर शिंदे ने दावा किया था कि पत्र में शिवसेना के 37 विधायकों के साइन है। बता दें कि डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल ने आशंका जताई है कि विधायकों के हस्ताक्षर फर्जी हो सकते हैं।
वहीं महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि पत्र में जिन विधायकों के साइन होने का दावा किया जा रहा है, वो असली हैं या नकली, इसका पता विधायकों को सामने बिठाकर वेरिफाई करवाने के बाद ही किया जाये, तभी सच सामने आ सकेगा। गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा में डिप्टी स्पीकर एनसीपी के कोटे से हैं।
बता दें कि चिट्ठी में एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता बताया गया है। वहीं महाराष्ट्र में सियासी संग्राम के बीच खबर सामने आई कि एकनाथ शिंदे गुवाहाटी छोड़ मुंबई के लिए रवाना हुए हैं। इस खबर को लेकर बागी विधायक ने कहा कि अभी वो गुवाहाटी में ही हैं। वहीं एकनाथ शिंदे को लेकर नासिक में शिवसेना समर्थकों में आक्रोश भी देखा जा रहा है। बागी विधायक एकनाथ शिंदे की तस्वीर वाले पोस्टर पर नासिक में शिवसेना समर्थकों ने काली स्याही और अंडे फेंके, उनके खिलाफ नारे भी लगाए।
इस सियासी हलचल के बीच शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि हम हार मानने वाले नहीं हैं। हम जीतेंगे, हम सदन के फ्लोर पर जीतेंगे। अगर लड़ाई सड़क पर हुई तो वहां भी जीतेंगे। हमारा जिसे सामना करना है वह मुंबई में आ सकते हैं। इन्होंने (विधायकों ने) गलत कदम उठाया है। हमने इनको वापस आने का मौका भी दिया लेकिन अब समय निकल चुका है।
वहीं मुंबई वापस जाने को लेकर शिंदे गुट के विधायक दीपक केसरकर ने कहा, “हम मुंबई आने से डरते हैं। बुलाया गया तो हम मुंबई जरुर जाएंगे। डिप्टी स्पीकर को निष्पक्ष व्यवहार करना चाहिए। बुरे बर्ताव के कारण हमने मुंबई छोड़ा है।”
बता दें कि जनसत्ता डॉट कॉम के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि उनके साथ शिवसेना के 40 विधायकों का समर्थन है। इसके अलावा 12 अन्य विधायक भी उनके साथ हैं। एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनके साथ गुवाहाटी में कुल 52 विधायक हैं।