महाराष्ट्र के मालेगांव में छात्रों को इस्लाम की ओर आकर्षित करने के आरोप में एक कॉलेज को सस्पेंड कर दिया गया है। राइट विंग के सदस्यों का आरोप है कि कॉलेज के एक सेमीनार के दौरान छात्रों को इस्लाम धर्म की ओर आकर्षित करने की कोशिश की जा रही थी, जिसके बाद प्रिंसिपल के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

यह मामला महाराजा सायाजीराव गायकवाड़ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स कॉलेज का है। यहां छात्रों के लिए एक सेमीनार आयोजित किया गया था। आरोप है कि सेमीनार की शुरुआत में इस्लामिक प्रार्थन की गई। वहीं, प्रिंसिपल का कहना है कि कॉलेज के कार्यक्रम इसी तरह से आयोजित होते आए हैं।

यह कॉलेज शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) नेता और पूर्व बीजेपी एमएलसी डॉ. अपूर्व हिरे का है। राइट विंग के कुछ सदस्यों ने कार्यक्रम के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। एफआईआर में कहा गया कि कार्यक्रम में छात्रों को इस्लाम की तरफ आकर्षित करने की कोशिश की जा रही थी। महाराष्ट्र के बंदरगाह विकास और खनन विभाग के मंत्री दादा भुसे ने भी इस आयोजन के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

कॉलेज ने रक्षा क्षेत्र में करियर बनाने के लिए छात्रों के लिए एक गाइडेंस प्रोग्राम का आयोजन किया था। सत्या मलिक लोक सेवा ग्रुप के साथ मिलकर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें पुणे केअनीस डिफेंस करियर इंस्टीट्यूट के अनीस कट्टी को कार्यक्रम में गेस्ट के तौर पर आमंत्रित किया गया था।

वहीं, कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुभाष निकम ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत एक छोटी सी इस्लामिक प्रार्थना के साथ की गई थी। उन्होंने कहा कि जब कार्यक्रम समाप्त होने वाला था तो कुछ लोग वहां आ गए और दावा करने लगे कि कार्यक्रम के जरिए इस्लाम को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है। निकम का कहना है कि इस्लामिक प्रार्थना में अरब भाषा में कुछ चीजें पढ़ी थीं। उन्होंने कहा कि कॉलेज के कार्यक्रमों का आयोजन इसी तरह से किया जाता रहा है।