महाराष्ट्र में उद्धव मंत्री परिषद् का पहला विस्तार सोमवार को हुआ, जिसमें 25 कैबिनेट मंत्रियों और 10 राज्यमंत्रियों ने शपथ ली। वर्ली विधानसभा सीट से विधायक और सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। कैबिनेट में जगह की आस लगाए कई विधायकों के हाथ निराशा लगी है।

भोर के कांग्रेस के विधायक संग्राम थोप्टे के समर्थकों ने उन्हें महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किये जाने को लेकर मंगलवार को पुणे में पार्टी कार्यालय पर हमला किया। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को 36 मंत्रियों को शामिल कर महीने भर पुराने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था। मंत्रिमंडल में अब 43 सदस्य हो गये हैं।

पुलिस ने यहां बताया कि थोप्टे के समर्थकों ने यहां कांग्रेस भवन पर हमला किया और उसमें तोड़फोड़ की। उन्होंने थोप्टे को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करने पर पार्टी नेतृत्व के खिलाफ नारेबाजी की। थोप्टे पूर्व मंत्री अनंतराव थोप्टे के बेटे हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की विकास अघाड़ी सरकार में मंत्री नहीं बनाये जाने के बाद कांग्रेस के राजनीतिक परिवारों के समर्थकों के बीच नाराजगी फैल गयी है।

पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी और सोलापुर से तीन बार की विधायक प्रणीति, थोर से संग्राम थोप्टे, पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ऐसे नेताओं में हैं जिन्हें मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल नहीं किया गया है।

गौरतलब है कि सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नीत गठबंधन सरकार में कुल 36 मंत्रियों को शामिल किया गया। शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की गठबंधन सरकार ‘महाराष्ट्र विकास अघाड़ी’ का यह पहला मंत्रिमंडल विस्तार था। कांग्रेस से अशोक चव्हाण, विजय वडेट्टीवार और सुनील केदार जैसे वरिष्ठ 10 नेताओं को नयी सरकार में जगह मिली है। हालांकि, कुछ खास नेताओं को मंत्रियों के रूप में चुना जाना राज्य कांग्रेस इकाई के एक खेमे को कुछ रास नहीं आया।

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(भाषा इनपुट्स के साथ)