Maharashtra Government Formation Live News Update: भाजपा नेता नारायण राणे ने अपने एक बयान में कहा है कि भाजपा राज्य में सरकार बनाने की कोशिश करेगी। देवेंद्र फडणवीस इस दिशा में पूरी कोशिश कर रहे हैं। राणे ने ये भी कहा कि मुझे लगता है कि एनसीपी-कांग्रेस शिवसेना को बेवकूफ बना रही हैं। वहीं महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपनी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन हमें उम्मीद है कि महाराष्ट्र में स्थायी सरकार बनेगी।
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लग गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसके लिए मंजूरी दे दी है। बता दें कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मंगलवार को राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की थी। जिसे कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद राष्ट्रपति के पास भेजा गया था। अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी इसे मंजूर कर लिया है। राज्य में सरकार बनाने की कोशिशों में जुटी शिवसेना के लिए महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगना बड़ा झटका है।
बता दें कि भाजपा द्वारा सरकार बनाने से इंकार के बाद राज्यपाल ने शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया था। जिसकी समय सीमा सोमवार को शाम 7.30 बजे तक थी। हालांकि तय समय के भीतर शिवसेना सरकार बनाने के लिए कांग्रेस का समर्थन नहीं जुटा पायी। इसके बाद शिवसेना नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात कर दो दिन का और समय देने की मांग की। हालांकि राज्यपाल ने इससे इंकार कर दिया।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करते हुए कहा था कि कि प्रदेश में संवैधिनक रूप से सरकार बनने के आसार नहीं है। लिहाजा, धारा 356 (राष्ट्रपति शासन) लागू किया जाए। सूत्रों ने बताया कि सहयोगियों ने शिवसेना को समर्थन देने के बदले सरकार में 50-50 यानी आधी हिस्सेदारी की मांग की है। सूत्रों ने बताया कि ऐसा होता है तो महाराष्ट्र में सरकार बनने का रास्ता साफ होने के आसार हैं।


नारायण राणे बोले- मैं सरकार बनाने की कोशिश कर रहा हूं
भाजपा की कोर कमेटी की बैठक के बाद भाजपा नेता सुधीर मुगंटिवार ने कहा कि राष्ट्रपति शासन की हमने अपेक्षा नहीं की थी। हम पूरी कोशिश करेंगे कि जनता के जनादेश का सम्मान हो। हम स्थायी सरकार बनाने की कोशिश करेंगे। हम राज्य की जनता के साथ रहेंगे।
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने पार्टी विधायकों के साथ बैठक की। बैठक के बाद उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राज्यपाल ने उन्हें सरकार गठन के लिए कम वक्त दिया। जब हमने ज्यादा वक्त मांगा तो हमें नहीं दिया गया। ठाकरे बोले कि उनकी कांग्रेस-एनसीपी के साथ बातचीत जारी है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच 30 साल का रिश्ता भाजपा ने खत्म किया है। उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर वादा नहीं निभाने का आरोप लगाया। शिवसेना चीफ ने ये भी कहा कि उन्होंने पहली बार कल एनसीपी और कांग्रेस से बात की।
शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं सत्ता का लोभी नहीं हूं, भाजपा के साथ सत्ता बंटवारे की बात हुई थी। हम हिदुत्व को मानने वाले हैं।
कांग्रेस के नेता अहमद पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जिस तरह से राष्ट्रपति शासन लगाया गया है, मैं उसकी आलोचना करता हूं। यह सरकार राष्ट्रपति शासन को लेकर सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का बीते 5 सालों में कई बार उल्लंघन कर चुकी है। अहमद पटेल ने ये भी कहा कि भाजपा, शिवसेना और एनसीपी को सरकार बनाने का न्योता मिला था। कांग्रेस को ये मौका भी नहीं दिया गया। हम इसकी आलोचना करते हैं।
मुंबई में हुई एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं की बैठक खत्म हो गई है। बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि हम अभी चर्चा कर रहे हैं और उसके बाद ही कोई फैसला करेंगे।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल देख रहे थे कि राज्य में चुनावी प्रक्रिया पूरी होने के 15 दिन बाद भी कोई राजनैतिक पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है। इसलिए राष्ट्रपति शासन एक बेहतर विकल्प है।
सोशल मीडिया पर महाराष्ट्र के राजनैतिक हालात पर लोग ऐसी मजेदार प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी, एनसीपी के साथ एकजुट है। पार्टी नेताओं की बैठक के बाद सरकार गठन को लेकर कोई फैसला किया जाएगा। शिवसेना के साथ विचारधारा को लेकर मतभेद हैं, लेकिन अब इसमें उदारता आयी है। बता दें कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मुंबई पहुंच चुके हैं। यहां उन्होंने एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात की।
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद भी सरकार गठन के विकल्प बचे हुए हैं। हालांकि अब यह राज्यपाल पर निर्भर करेगा कि वह राज्य से राष्ट्रपति शासन हटाकर राजनैतिक दलों को सरकार गठन के लिए आमंत्रित करें। यदि भाजपा, शिवसेना या एनसीपी बहुमत का आंकड़ा लेकर राज्यपाल के पास जाते हैं और राज्यपाल के सामने सरकार बनाने की योग्यता साबित कर देते हैं तो राज्यपाल राष्ट्रपति शासन खत्म करने की सिफारिश कर सकते हैं। राज्यपाल सरकार बनाने का दावा करने वाली पार्टी से समर्थन पत्र भी मांग सकते हैं या फिर बहुमत का आंकड़ा देखने के लिए अपने सामने विधायकों की परेड भी करा सकते हैं।
कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं की मुंबई में एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात हो रही है। इस बैठक में सरकार गठन को लेकर दोनों पार्टियों के बीच चर्चा हो रही है।
महाराष्ट्र के राष्ट्रपति शासन लगने की आशंका जतायी जा रही है। ऐसे में जनता इस पर क्या राय रखते हैं, वो जनसत्ता के फेसबुक पेज पर जाकर बता सकती है।
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि राज्यपाल ने उनकी पार्टी को कल सरकार बनाने का न्योता दिया था। उन्होंने हमें आज रात 8.30 बजे तक का समय दिया है। कांग्रेस के नेता अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल मुंबई पहुंच गए हैं। वह पवार साहब से मुलाकात करेंगे और फिर चर्चा के बाद ही कोई फैसला होगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल मुंबई पहुंच चुके हैं। मुंबई में ये कांग्रेस के नेता एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात करेंगे और सरकार गठन की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा शिवसेना को सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए और वक्त ना दिए जाने के खिलाफ पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। एडवोकेट सुनील फर्नांडेज ने शिवसेना की तरफ से यह याचिका दाखिल की है।
महाराष्ट्र में आखिरकार राष्ट्रपति शासन लागू करने का औपचारिक ऐलान हो चुका है। इस संबंध में राजभवन ने एक प्रेस रिलीज भी जारी किया है। महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि महाराष्ट्र में संविधान के मुताबिक सरकार बनने के आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं। लिहाजा, आर्टिकल 356 (राष्ट्रपति शासन) लागू किया जाए।
सूत्रों के हवाले से मीडिया में खबर है कि कैबिनेट ने राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर डाली है। वहीं, आजतक ने खबर दी है कि शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट का रुख कर लिया है। न्यूज चैनल के मुताबिक शिवसेना ने कहा है कि सरकार गठन के लिए बीजेपी को 48 घंटे की मोहलत मिली थी। लेकिन हमें सिर्फ 24 घंटे ही क्यों?
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने पार्टी की बैठक के बाद कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गठन पर फैसला शरद पवार करेंगे। एनसीपी की बैठक में एक कमेटी बनाने का फैसला किया गया है। कांग्रेस से चर्चा के बाद ही कोई फैसला होगा। इस बाबत शाम पांच बजे शरद पवार कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात करेंगे।
कांग्रेस ने देरी की बात से इनकार किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि हम शुरू से अलर्ट हैं। हमने एनसीपी से पूछा था कि क्या उन्होंने राज्यपाल को पत्र लिखा है। वे हमारे पार्टनर हैं, जो भी फैसला होगा, साथ में किया जाएगा।
महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष के बीच पीएम मोदी ने कैबिनेट की बैठक बुलाई। इस बैठक में प्रदेश के राजनैतिक हालात पर चर्चा की हुई । मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए राज्य में कैबिनेट शासन लागू करने की सिफारिश की अटकलें तेज हैं।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं वकील कपिल सिब्बल से फोन पर बात की है। खबर है कि शिवसेना सरकार गठन के लिए 3 दिन का अतिरिक्त मोहलत मांग रही है। लेकिन, अगर इस बीच राष्ट्रपति शासन लागू होता है तो वह इस कार्रवाई को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे सकती है।
खबर है कि अगर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू होता है तो शिवसेना की तरफ से कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ेंगे। गौरतलब है कि सरकार बनाने की मियाद खत्म होती जा रही है और सरकार गठन को लेकर कांग्रेस,एनसीपी तथा शिवसेना में फंसा पेंच नहीं सुलझ पा रहा है।
महाराष्ट्र में स्थिति साफ नहीं होता देख कयास लग रहे हैं कि राज्यपाल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर सकते हैं। वहीं, मीडिया में सूत्रों के हवाले से खबर दी जा रही है कि अगर राष्ट्रपति शासन लागू होता है तो शिवसेना सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकती है।
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की तैयारी चल रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी शाम तक का इंतजार कर रहे हैं। गौरतलब है कि उन्होंने एनसीपी को देर शाम साढ़े 8 बजे तक मिलने का वक्त दिया है।
शिवसेना को मिला सोमवार शाम साढ़े सात बजे तक का समय समाप्त होते ही राज्यपाल कोश्यारी ने सोमवार रात को ही एनसीपी को न्योता दिया और पूछा कि क्या वह ‘सरकार बनाने की इच्छा और क्षमता’ प्रर्दिशत करना चाहती है। एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि एनसीपी अपने सहयोगी दल कांग्रेस के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेगी और वे मंगलवार रात 8:30 बजे तक कोश्यारी से मिलेंगे।
राज्यसभा सांसद और शिवसेना नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र सरकार गठन के विरोधाभास के बीच ट्वीट किया है। मंगलवार को किए ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नही होती। बच्चन... हम होंगे कामयाब...जरूर होंगे...।'
राज्यसभा सांसद और शिवसेना नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र सरकार गठन के विरोधाभास के बीच ट्वीट किया है। मंगलवार को किए ट्वीट में उन्होंने लिखा, '"लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नही होती। बच्चन... हम होंगे कामयाब...जरूर होंगे...।'
एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मीडिया द्वारा पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस और एनसीपी के बीच आज बैठक होनी है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि कौन कहता है कि कोई बैठक है? उन्होंने आगे कहा, 'मुझे इसकी जानकारी नहीं है।'
सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक सरकार गठन के लिए एनसीपी की बैठक थोड़ी देरी में शुरू होगी। पार्टी नेता अजीत पवार ने कहा कि वे सोमवार को पूरे दिन कांग्रेस के समर्थन के पत्र का इंतजार कर रहे थे जो बाद में नहीं आया क्योंकि बाद में अधिक समय मांगा गया था। उन्होंने कहा कि सरकार बनाने का फैसला सिर्फ कांग्रेस से बातचीत के बाद लिया जाएगा।
राज्यपाल ने रविवार रात शिवसेना को न्योता देकर उनसे पूछा था कि क्या वह सरकार बनाने की इच्छा और क्षमता जाहिर करना चाहते हैं। गौरतलब है कि उसके कुछ ही घंटे पहले शिवसेना के गठबंधन सहयोगी और सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ने सरकार बनाने का दावा पेश करने से इंकार कर दिया था।
विभिन्न घटनाक्रम के बीच उद्धव ठाकरे ने सोमवार को मुंबई के एक होटल में पवार से मुलाकात की। कांग्रेस ने अपने विधायकों को जयपुर के एक रिसॉर्ट में रखा है। उधर केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शिवसेना के इकलौते मंत्री अरविंद सावंत ने अपना इस्तीफा सौंप दिया। मुंबई में राजभवन के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि सरकार बनाने का उनकी पार्टी का दावा अब भी कायम है क्योंकि दोनों दलों (कांग्रेस और राकांपा) ने पार्टी नीत सरकार को समर्थन देने की सैद्धांतिक सहमति जताई है। उन्होंने कांग्रेस और राकांपा का नाम नहीं लिया।