Maharashtra Govt Formation Highlights: महाराष्ट्र में BJP और Shivsena के बीच सरकार गठन और मुख्यमंत्री पद पर सोमवार तक तकरार जारी रही। सियासी दांव-पेंच के मद्देनजर सुबह से शाम तक बैठकों और मुलाकातों का दौर जारी रहा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जहां गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिले। वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत की भेंट सूबे के राज्य से हुई। शाम को NCP चीफ शरद पवार ने भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की।
पवार ने सोनिया से मिलने के बाद पत्रकारों से कहा, “महाराष्ट्र की जनता बीजेपी के खिलाफ है। पर सरकार बनाने के लिए नंबर हमारे पास नहीं है। जिनके पास नंबर है, वे सरकार बनाने के लिए जिम्मेदार हैं।” शिवसेना से बातचीत के सवाल पर उन्होंने आगे बताया, “शिवसेना में हमारी किसी से फिलहाल कोई चर्चा नहीं हुई है।”
इसी बीच, बीजेपी सूत्रों की मानें तो सूबे में दो से तीन दिनों के बीच सरकार बन जाएगी। इससे कुछ देर पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि उनकी पार्टी सूबे में सरकार बनने में होने वाली के लिए जिम्मेदार नहीं है। राउत का यह बयान शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आया, जिससे ठीक पहले वह महाराष्ट्र के राज्यपाल से मिले थे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के चुनावी हलफनामे में उनके द्वारा दो आपराधिक मामलों की जानकारी नहीं देने के आरोप वाली याचिका पर शहर की एक अदालत ने सोमवार को मुख्यमंत्री को नोटिस जारी किया। उच्चतम न्यायालय ने एक अक्टूबर को मजिस्ट्रेटी अदालत को निर्देश दिया था कि इस मामले में फडणवीस के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू करने की शहर के वकील सतीश उइके की याचिका पर आगे कार्यवाही की जाए।
मजिस्ट्रेट एस डी मेहता ने आदेश दिया। मुख्यमंत्री को चार दिसंबर तक नोटिस का जवाब देने को कहा गया है। उइके का दावा है कि फडणवीस ने 2014 में झूठा हलफनामा दायर किया था और अपने खिलाफ लंबित दो आपराधिक मामलों की जानकारी इसमें नहीं दी थी।
सूत्रों के हवाले से कुछ टीवी रिपोर्ट्स में कहा गया कि सूबे में बीजेपी अल्पमत में सरकार नहीं बनाएगी। वह शिवसेना के साथ गठबंधन में डिप्टी-सीएम समेत मंत्रालय आधे-आधे बांटने पर तैयार हो गई है। हालांकि, वह सीएम पद पर 50-50 फॉर्म्युला के लिए रजामंद नहीं होगी। सूबे में मुख्यमंत्री वह अपना ही रखेगी।
शिवसेना नेता संजय राउत ने सोमवार को कहा कि जिसके पास भी बहुमत है उसे सरकार बनाने की अनुमति दी जानी चाहिए। राज्यपाल से भेंट पर वह बोले- हमने राज्यपाल को बताया कि नई सरकार के गठन पर राज्य में मौजूदा राजनीतिक हालात के लिए शिवसेना जिम्मेदार नहीं है।
शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक राउत ने कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र में नयी सरकार के गठन में कोई बाधा पैदा नहीं कर रही है। राज्य में 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा हुई थी।
पूर्व सांसद राजू शेट्टी की अगुवाई वाली स्वाभिमानी शेतकारी संघटना ने क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी (आरसीईपी) व्यापार समझौते के खिलाफ सोमवार को यहां मंत्रालय के सामने प्रदर्शन किया। दस सदस्यीय दक्षिणपूर्व एशियाई देश संघ और छह अन्य देश-- भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड मुक्त व्यापार समझौते के लिए बातचीत में जुटे हुए हैं।
आरसीईपी वार्ता शुरू करने का लक्ष्य आधुनिक, व्यापक, उच्च गुणवत्ता वाला परस्पर लाभकारी आर्थिक साझेदारी समझौता करना है। भारत और एशिया-प्रशांत क्षेत्र के 15 देशों के नेताओं द्वारा दुनिया के सबसे बड़े मुक्त व्यापार क्षेत्र के गठन के लिए सात वर्षों से जारी वार्ता के सफल समापन की सोमवार को घोषणा करने की संभावना है।
दिल्ली में आज शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी उनके आवास पर भेंट हुई।
आज दोपहर मुख्यमंत्री पद के लिए बीजेपी और शिवसेना की खींचतान के बीच देवेंद्र फडणवीस ने बीजेपी प्रमुख अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 के परिणामों के बाद यह पहली बार है जब फडणवीस दिल्ली में अमित शाह से मुलकात कर रहे हैं।
राउत ने पत्रकारों को बताया कि यह महज शिष्टाचार मुलाकात थी। इसलिए उनकी राज्यपाल से गैर-राजनीतिक बात हुई। वहीं, महाराष्ट्र में फंसे सियासी पेंच के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "शिवसेना कहीं भी रोड़ा नहीं बन रही है। न ही हम सरकार बनने में देरी के लिए जिम्मेदार हैं।" इसी बीच, NCP चीफ शरद पवार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे हैं।
मुंबई में सोमवार शाम शिवसेना नेता राउत और रामदास कदम महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिले। भेंट के बाद राउत ने शाम साढ़े पांच बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। उनके साथ इस दौरान पार्टी नेता रामदास कदम भी मौजूद थे। राउत ने इसमें बताया, "राज्यपाल से शिष्टाचार मुलाकात हुई। मैंने इस दौरान उन्हें महाराष्ट्र के ताजा हालात से रू-ब-रू कराया।"
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के 24 अक्टूबर को आए नजीतों में भाजपा को 105 सीटों पर जीत मिली है जबकि शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत हासिल की। 288 सदस्यीय विधानसभा में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला, लिहाजा गठबंधन कर चुनाव लड़ने वाली भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही है।
महाराष्ट्र में सरकार बनाने पर मचे घमासान के बीच देवेंद्र फडणवीस के मंत्री ने सूबे में फिर से चुनाव को लेकर खुली चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि BJP दोबारा चुनाव कराने के लिए तैयार है।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर फिलहाल गतिरोध जारी है। सोमवार को इसी बीच BJP के निवर्तमान पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल ने सोमवार को कहा कि बीजेपी नेताओं ने राज्य में दोबारा चुनाव कराने की अपनी इच्छा धुले में रविवार को एक समीक्षा बैठक में व्यक्त की। उन्होंने आगे बताया, ‘‘पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को शिवसेना के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए था...हमें एक बार फिर अवसर दें, हम दोबारा लड़ेंगे और इस बार जीतेंगे।’’
रावल के मुताबिक, ‘‘उनमें से कई नाराज हैं क्योंकि शिवसेना से गठबंधन के चलते हम कुछ सीटों पर नहीं लड़ पाए और कुछ क्षेत्रों में मामूली अंतर से हार गए।’’ बता दें कि हालिया चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिल पाया। भाजपा को सबसे ज्यादा 105 सीट मिली, जबकि उसकी गठबंधन सहयोगी शिवसेना 56 सीटों पर विजयी रही। महाराष्ट्र की 13वीं विधानसभा का कार्यकाल नौ नवंबर को पूरा हो रहा है।
गतिरोध के बीच, शिवसेना राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से भी संपर्क साधती दिख रही है क्योंकि राकांपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने रविवार को पत्रकारों के सामने राउत द्वारा उन्हें भेजे गए एक संदेश का खुलासा किया।संदेश में लिखा था: ‘‘नमस्कार, मैं संजय राउत। जय महाराष्ट्र।’’ इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पवार ने कहा, ‘‘इसका मतलब मुझे उन्हें फोन करना चाहिए। मैं फोन कर, जांच करूंगा।’’ महाराष्ट्र में सरकार गठन पर अस्पष्ट स्थिति के बीच राकांपा अध्यक्ष शरद यादव का सोमवार को नयी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने का कार्यक्रम है।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि सोमवार की शाम प्रदेश के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से होने वाली उनकी मुलाकात ‘‘शिष्टाचार भेंट’’ होगी जिसके कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं हैं।राउत ने कहा कि राज्यपाल प्रदेश के अभिभावक की तरह होते हैं और इसलिये वह विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिये उनसे मिलेंगे।उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह एक शिष्टाचार भेंट होगी, राजनीतिक नहीं। मैं राज्यपाल से विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करने जा रहा हूं। हम उन्हें अपने नजरिये के बारे में भी बताएंगे।’’
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गृहमंत्री अमित शाह से मिलने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ना मैं किसी स्थिति पर कमेंट करना चाहता हूं ना ही किसी पर निजी टिप्पणी करना चाहती हूं।बस मैं यह कहना चाहता हूं कि मुझे विश्वास है कि हम जल्द नई सरकार बनाएंगे।
इससे पहले शिवसेना ने अपने संपादकीय में किसानों को बचाने की मांग का मुद्दा उठाया था। संपादकीय में लिखा था राज्य सरकार द्वारा घोषित 10,000 करोड़ रुपए की सहायता अपर्याप्त है। किसानों को 25,000 करोड़ रुपए से लेकर 30,000 करोड़ रुपए तक की मदद मुहैया कराई जानी चाहिए।’’ प्राथमिक आकलन के अनुसार राज्य के 325 तालुकाओं में 54.22 लाख हेक्टेयर फसल नष्ट हुई है।अरब सागर में चक्रवात के कारण राज्य को बेमौसम बारिश का सामना करना पड़ा था।राज्य में 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से दोनों गठबंधन साझीदारों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान जारी है।शिवसेना अपने लिए मुख्यमंत्री पद की मांग कर रही है और भाजपा इस पर राजी नहीं है।इस चुनाव में 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना ने 56 और भाजपा ने 105 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि , महाराष्ट्र में खेती को लेकर काफी समस्या है। उन्होंने कहा कि किसानों के मुद्दों को लेकर मैं गृह मंत्री से मिला। उन्होंने मदद का भरोसा दिलाया है।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रही खींचतान के बीच शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने सोमवार को पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के साथ अपनी एक तस्वीर ट्वीट करते हुए संदेश लिखा ‘‘लक्ष्य तक पहुंचने से पहले सफर में मजा आता है।’’ ‘मराठी मानुष’ के मुद्दों की पैरोकार रही शिवसेना के राज्यसभा सदस्य राउत ने अपने ट्विटर हैंडल पर हिंंदी में संदेश पोस्ट किया ‘‘लक्ष्य तक पहुंचने से पहले सफर में मजा आता है।’’राउत ने पोस्ट में अपने फालोअर्स का अभिवादन ‘‘जय हिंद’’ के नारे के साथ किया है, वह भी तब जब पार्टी लंबे समय से अभिवादन के लिये ‘‘जय महाराष्ट्र’’ के इस्तेमाल पर जोर देती रही है।गठबंधन सहयोगी भाजपा के साथ महाराष्ट्र में अगली सरकार के गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच राउत का आज शाम राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात का कार्यक्रम है।यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब एक दिन पहले ही राज्यसभा सदस्य राउत ने दावा किया था कि जल्द ही ‘‘170 विधायकों’’ के समर्थन से उनकी पार्टी का मुख्यमंत्री होगा।