महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर अभी तक स्थिति साफ नहीं है। बहुमत पाने के बावजूद भाजपा और शिवसेना गठबंधन के बीच सीएम पोस्ट को लेकर पेंच फंसा हुआ है। इसे लेकर भाजपा की तरफ से बयानबाजी कम हो रही है, लेकिन शिवसेना नेता संजय राउत भाजपा के खिलाफ काफी मुखर होकर बयानबाजी कर रहे हैं। अपने एक ताजा ट्वीट में भी संजय राउत ने भाजपा पर निशाना साधा है और शिवसेना के कार्यकर्ताओं को संदेश देते हुए कहा है कि ‘चुनौतियों से भागना नहीं है, बल्कि जूझना जरुरी है।’

बता दें कि संजय राउत ने अपने ट्वीट में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एक कविता के अंश का उल्लेख किया है। राउत ने लिखा है कि “आग्नेय परीक्षा की इस घड़ी में, आइए, अर्जुन की तरह उद्घोष करें: अटल बिहारी वाजपेयी। इसके साथ ही संजय राउत ने ट्वीट में न दैन्यं न पलायनम् का अर्थ बताते हुए कहा है कि कोई दीनता नहीं चाहिए, चुनौतियों से भागना नहीं है, बल्कि जूझना जरुरी है।”

अपने एक अन्य बयान में शिवसेना नेता संजय राउत ने भाजपा पर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की ओर ले जाने का भी आरोप लगाया है। शिवसेना नेता ने कहा कि ‘बीजेपी महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहती है, यह जनादेश का अपमान है।’ बता दें कि महाराष्ट्र में पिछली सरकार का कार्यकाल 9 नवंबर तक ही है, लेकिन अभी तक राज्य में नई सरकार के गठन को लेकर स्थिति साफ नहीं हो सकी है। ऐसे में राज्य में राष्ट्रपति शासन लगने के भी आसार पैदा हो गए हैं।

कुछ खबरों में ये भी कहा जा रहा है कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर राज्य में सरकार बना सकती है। इसी बीच कांग्रेस ने भाजपा पर विधायकों को खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगा दिया है। कांग्रेस ने दावा किया है कि भाजपा ने शिवसेना के एक विधायक को 50 करोड़ रुपए का ऑफर दिया है। इसके बाद शिवसेना और कांग्रेस ने अपने-अपने विधायकों की घेराबंदी शुरु कर दी है। शिवसेना ने जहां अपने विधायकों को मुंबई के एक होटल में शिफ्ट कर दिया है। वहीं कांग्रेस अपने विधायकों को जयपुर भेजने पर विचार कर रही है।