Maharashtra Government Formation Today Live News Updates: शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन ने मंगलवार की शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए उद्धव ठाकरे को अपना नेता चुना। इसके बाद गठबंधन के नेताओं ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की और ‘महाविकास आघाड़ी’ की सरकार बनाने का दावा पेश किया। कांग्रेस-राकांपा के नेताओं के साथ राज्यपाल से भेंट करने वाले शिवसेना के एक नेता ने बताया कि ठाकरे दादर में शिवाजी पार्क में 28 नवंबर को शाम छह बजकर 40 मिनट पर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
गठबंधन के नेताओं ने राज्यपाल को 166 विधायकों के समर्थन वाला एक पत्र सौंपा। राज्यपाल ने उद्धव ठाकरे को संबोधित एक पत्र में उनसे विधानसभा में बहुमत के समर्थन वाली एक ‘‘सूची’’ तीन दिसंबर तक सौंपने के लिए कहा है। राजभवन के एक बयान के मुताबिक, राज्यपाल ने उद्धव ठाकरे को संबोधित एक पत्र में कहा, ‘‘मैंने देखा है कि महाराष्ट्र विकास आघाड़ी के पास 166 निर्वाचित सदस्य हैं। ’’बयान में कहा गया है कि क्योंकि उद्धव महाराष्ट्र विधानमंडल के सदस्य नहीं हैं इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के छह महीने के भीतर सदस्य बनना होगा।
इससे पहले, राकांपा प्रमुख शरद पवार ने तीनों दलों की संयुक्त बैठक में घोषणा की थी कि नयी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह एक दिसंबर को होगा, लेकिन उद्धव के राज्यपाल से मिलने के बाद कार्यक्रम में बदलाव किया गया। ठाकरे परिवार से उद्धव पहले ऐसे नेता होंगे जो राज्य में शीर्ष राजनीतिक पद का प्रतिनिधित्व करेंगे। उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार प्रतिशोध की भावना से काम नहीं करेगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘सरकार गठन के बाद मैं अपने ‘बड़े भाई’ से मिलने दिल्ली जाऊंगा।’’ मोदी ने चुनावी रैलियों के दौरान उद्धव को ‘‘अपना छोटा भाई’’ बताया था।
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तीनों दलों ने एक होटल में संयुक्त बैठक की जहां ठाकरे को गठबंधन का नेता चुना गया। बैठक में शरद पवार, राकांपा के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल, कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण, समाजवादी पार्टी के अबू आजमी, तीनों दलों के विधायक तथा अन्य मौजूद थे। बैठक में उद्धव ठाकरे ने अपने पिता बाल ठाकरे को भी याद किया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राकांपा प्रमुख शरद पवार का भी शुक्रिया अदा किया। ठाकरे ने कहा, ‘‘मैं सोनिया जी का भी शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। अलग विचाराधारा वाले दल साथ आए हैं...जो 30 साल से दोस्त थे, हम पर भरोसा नहीं किया। लेकिन जिनके खिलाफ हम 30 साल लड़ते रहे , उन्होंने मुझ पर भरोसा किया।’’उन्होंने कहा कि आम लोगों को इसे अपनी सरकार मानना चाहिए। ठाकरे ने कहा, ‘‘लड़ाई निजी नहीं है....मेरी सरकार प्रतिशोध की भावना से काम नहीं करेगी।’’
कांपा प्रमुख शरद पवार ने तीनों दलों की संयुक्त बैठक में घोषणा की थी कि नयी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह एक दिसंबर को होगा, लेकिन उद्धव के राज्यपाल से मिलने के बाद कार्यक्रम में बदलाव किया गया। ठाकरे परिवार से उद्धव पहले ऐसे नेता होंगे जो राज्य में शीर्ष राजनीतिक पद का प्रतिनिधित्व करेंगे। उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार प्रतिशोध की भावना से काम नहीं करेगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘सरकार गठन के बाद मैं अपने ‘बड़े भाई’ से मिलने दिल्ली जाऊंगा।’’ मोदी ने चुनावी रैलियों के दौरान उद्धव को ‘‘अपना छोटा भाई’’ बताया था।
न्यायमूर्ति एनवी रमण, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना के तीन सदस्यीय खंडपीठ ने अपने आदेश में कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा हुए एक महीना हो गया लेकिन अभी तक अनिश्चितता बनी है। पीठ ने कहा कि ऐसी स्थिति में खरीद-फरोख्त जैसी गैरकानूनी गतिविधयों पर अंकुश लगाने और अनिश्चितता खत्म करके स्थिर सरकार सुनिश्चित करने के लिए लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करना न्यायालय के लिए जरूरी हो गया है। सदन में तत्काल शक्ति परीक्षण ही इसका सबसे प्रभावशाली तरीका है।
महाराष्ट्र में तेजी से बदले राजनीतिक घटनाक्रम के पूर्व सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को निर्देश दिया कि वे बुधवार को शाम पांच बजे तक विधानसभा में अपना बहुमत साबित करें। न्यायालय ने कहा कि बहुमत परीक्षण में विलंब होने से खरीद फरोख्त की आशंका है। गौरतलब है कि न्यायालय के निर्देश के कुछ घंटों को भीतर ही फडणवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
महाविकास अघाड़ी के नेता और Shivsena चीफ उद्धव ठाकरे 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। मुंबई के शिवाजी पार्क में शाम साढ़े पांच बजे यह कार्यक्रम होगा, जिसमें उनकी पार्टी के अलावा NCP और Congress के नेता मौजूद रहेंगे। हालांकि, पहले यह प्रोग्राम एक दिसंबर को होना था, पर बाद में इसके दिन और समय में बदलाव कर दिया गया।
शरद पवार से मिलने पहूंचे अजित पवार
शिवसेना नेता अब्दुल सत्तार ने कहा कि हमारी सरकार की पहली प्राथमिकता किसानों का कर्ज माफ करने की रहेगी। पहली कैबिनेट मीटिंग में इसपर फैसला लिया जा सकता है। कुछ लोगों के अलावा महाराष्ट्र में सभी लोग खुश हैं। मैं इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहता कि अजित पवार ने बीजेपी से हाथ क्यों मिलाया था इस बारे में शरद पवार ही तस्वीर साफ कर सकते हैं।
शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को शपथ ग्रहण के लिए न्योता देंगे। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि 'हम सभी को आमंत्रित करेंगे, हम पीएम मोदी के साथ-साथ अमित शाह को भी निमंत्रण भेजेंगे।
उद्धव ठाकरे ने महाविकास अघाड़ी दल का नेता चुने जाने के बाद अपने संबोधन में ऐसे संकेत दिए हैं कि वह पीएम मोदी से मिलने दिल्ली जा सकते हैं। दरअसल उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह बड़े भाई से मिलने दिल्ली जाएंगे। उन्होंने ये भी कहा कि देवेंद्र फडणवीस के बयान से दुख हुआ है।
गठबंधन दल नेता चुने गए उद्धव ठाकरे
उद्धव ठाकरे एक दिसंबर को महाराष्ट्र के सीएम पद की शपथ ले सकते हैं। खबर के अनुसार, मुंबई के शिवाजी पार्क में शपथग्रहण समारोह का आयोजन हो सकता है।
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने बताया कि हमारा गठबंधन लंबे समय तक चलेगा। यह भाजपा के अंत की शुरूआत है। भाजपा काफी अहंकारी हो गई है। एनसीपी नेता ने कहा कि शरद पवार साहब ने कहा है कि उद्धव जी मुख्यमंत्री होंगे और उद्धव जी भी इसके लिए तैयार हो गए हैं।
मुंबई में कुछ एनसीपी समर्थक अजित पवार के समर्थन में पोस्टर लहराते नजर आए। इन पोस्टरों पर लिखा था कि 'वी लव यू अजित दादा'। बता दें कि इससे पहले अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और फिलहाल वह मुंबई के ट्राइडेंट होटल पहुंचे हैं, जहां शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के विधायकों की संयुक्त बैठक होगी, जिसमें उद्धव ठाकरे को विधायक दल का नेता चुना जा सकता है।
भाजपा विधायक कालिदास कोलंबकर होंगे प्रोटेम स्पीकर। कल सुबह 8 बजे बुलाया गया विधानसभा का सत्र।
अपने इस्तीफे के साथ ही देवेंद्र फडणवीस ने विपक्षी पार्टियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि जिसकी भी सरकार बने, उसे शुभकामनाएं, लेकिन वह सरकार अस्थिर रहेगी, क्योंकि सरकार में काफी वैचारिक मतभेद होंगे। इससे पहले, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने इस्तीफा दे दिया। अजित पवार ने सीएम फडणवीस को अपना इस्तीफा सौंपा।
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि आज शाम में तीनों दल (शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी) एक संयुक्त बैठक करेंगे। इस बैठक में संयुक्त विधायक दल का नेता चुना जाएगा। मुझे लगता है कि उद्धव जी चुने जाएंगे। देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे पर वेणुगोपाल ने कहा कि यह लोकतंत्र और संविधान की जीत है। वो सोचते थे कि होर्स ट्रेडिंग कर वो सरकार बना सकते हैं। यह देवेंद्र फडणवीस का ही नहीं असफलता नहीं है बल्कि दिल्ली में बैठे उनके आकाओं के चेहरे पर तमाचा है।
नवाब मलिक ने फडणवीस के इस्तीफे को बताया जनता की जीत
पवार के इस्तीफे के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि अब वो उनके साथ हैं। शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की आज शाम बैठक होगी। इस बैठक में तीनों दलों के नेता का चुनाव किया जाएगा। वहीं खबर आयी है कि शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे सीएम बनने के लिए तैयार हो गए हैं।
फडणवीस ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा
अपने इस्तीफे के साथ ही देवेंद्र फडणवीस ने विपक्षी पार्टियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि जिसकी भी सरकार बने, उसे शुभकामनाएं, लेकिन वह सरकार अस्थिर रहेगी, क्योंकि सरकार में काफी वैचारिक मतभेद होंगे।
फडणवीस बोले- शिवसेना ने चुनावों के पहले ही हमें बता दिया था कि वह किसी के साथ भी जा सकते हैं, जो उन्हें सीएम पद देगा। फडणवीस ने कहा कि हमने शिवसेना का लंबे समय तक इंतजार किया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और कांग्रेस-एनसीपी से बात करने चले गए। जो लोग कभी किसी से मिलने के लिए मातोश्री से बाहर नहीं गए, वो आज कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बनाने के लिए एक दरवाजे से दूसरे दरवाजे जा रहे हैं।
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिवसेना पर निशाना साधा और कहा कि दोनों पार्टियों के बीच जो बात जो तय नहीं हुई थी, उसे हम पर लादा गया। फडणवीस ने कहा कि इसके बाद शिवसेना ने हमसे नहीं एनसीपी से बात की।
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि अजित दादा (पवार) ने इस्तीफा दे दिया है और वह हमारे साथ हैं। उद्धव ठाकरे 5 साल के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे।
शिवसेना के राज्य सभा सांसद संजय राउत ने कहा कि अजित पवार ने इस्तीफा दे दिया है और वो हमारे साथ हैं। राउत ने कहा, 'अजित दादा ने इस्तीफा दे दिया और हमारे साथ आ गए हैं। अब पांच साल के लिए उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे।'
एनसीपी नेता अजित पवार के महाराष्ट्र डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सरकार गठबंधन की ही बनेगी और मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने मंगलवार को सवाल किया कि उच्चतम न्यायालय को महाराष्ट्र विधानसभा में शक्ति परीक्षण का आदेश देने में तीन दिन क्यों लगे जबकि वह मामले की सुनवाई के पहले दिन रविवार को ही यह आदेश दे सकता था। पार्टी महासचिव डी राजा ने न्यायालय के आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए ‘पीटीआई’ से कहा कि वह हैरान है कि शीर्ष अदालत को यह निर्देश देने में तीन दिन का समय क्यों लगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह पहले दिन ही किया जा सकता था।’’ राजा ने कहा कि राष्ट्रपति शासन हटाने में इतनी जल्दी क्यों की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने पिछले शनिवार को देवेंद्र फडणवीस को ‘‘जल्दबाजी में’’ मुख्यमंत्री नियुक्त किया।
महाराष्ट्र विधानसभा में बुधवार को फ्लोर टेस्ट होना है। इसे देखते हुए प्रोटेम स्पीकर की भूमिका काफी अहम हो जाती है। एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने आज कहा कि मुझे उम्मीद है कि राज्यपाल हमारी बात सुनेंगे और बाला साहब थोराट, जो कि सदन के सबसे वरिष्ठ नेता हैं, उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया जाएगा।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम पर उच्चतम न्यायालय की व्यवस्था का जिक्र करते हुए मंगलवार को एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा और कहा, ''इनको शिकस्त मिलेगी, इनके सारे हथकंडे विफल होंगे।'' मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय की व्यवस्था के मद्देनजर कल तक इंतजार करिए । लेकिन महाराष्ट्र में जिस रूप में (लोकतंत्र की) हत्या की गई है रात को अंधेरे में, उसको यह देश कभी भूलेगा नहीं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, निंदा करने योग्य है। मैं समझता हूं इससे दुनिया के मुल्कों में हमारे देश की प्रतिष्ठा गिरी है।’उन्होंने आगे कहा, ''इनको शिकस्त मिलेगी, सारे हथकंडे इनके फेल होंगे, हॉर्स ट्रेडिंग की इनकी जो कल्पना थी, जो सपना था वह चकनाचूर हो जाएगा। ऐसा यह मेरा मानना है।''मुख्यमंत्री ने संविधान दिवस पर कहा, ‘‘संविधान की दो दिन पहले जो धज्जियां उड़ाई गई है वह पूरा मुल्क देख रहा है, जो सत्ता पक्ष वाली पार्टी है वह पार्टी अगर ऐसे हथकंडे अपनाएगी देश के लिए तो लोग क्या सोचेंगे उनके बारे में।’’
उच्चतम न्यायालय द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा में बुधवार शाम तक विश्वास प्रस्ताव पर मतदान का आदेश देने के बाद कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि सदन का सबसे वरिष्ठ सदस्य कार्यवाहक अध्यक्ष होना चाहिए क्योंकि ऐसा ही नियम है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘नियम होता है कि सदन का सबसे वरिष्ठ सदस्य कार्यवाहक अध्यक्ष बने। ऐसे में महाराष्ट्र में भी यही होना चाहिए।’’उन्होंने यह भी कहा कि न्यायालय का फैसला संविधान दिवस पर देश का सबसे तोहफा है। उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को निर्देश दिया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस बुधवार को विधानसभा में अपना बहुमत सिद्ध करें। न्यायमूर्ति एन वी रमण, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की तीन सदस्यीय खंडपीठ ने कहा कि विधायकों की खरीद फरोख्त से बचने के लिए यह जरूरी है।
महाराष्ट्र में जारी राजनैतिक उठा-पटक के बीच खबर आयी है कि सीएम देवेंद्र फडणवीस आज दोपहर 3.30 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम फडणवीस द्वारा कोई बड़ा ऐलान किया जा सकता है।
भाजपा महाराष्ट्र में अजित पवार के भरोसे अपनी नैया पार लगाने में जुटी है। हालांकि भाजपा की इस कोशिश को कोर्ट से झटका लग सकता है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस पीबी सावंत ने मंगलवार को कहा है कि एनसीपी लीडर और महाराष्ट्र के नवनियुक्त डिप्टी सीएम अजित पवार का स्टैंड मजबूत नहीं है और वह विधानसभा में विधायकों को कोई व्हिप जारी नहीं कर सकते।
जस्टिस पीबी सावंत ने कहा कि गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने संविधान और संसदीय सिद्धांतों का उल्लंघन किया है। महाराष्ट्र में जो भी हो रहा है, वह अलोकतांत्रिक है।
एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के मौजूदा उप मुख्यमंत्री अजीत पवार को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। हिंदी न्यूज चैनल एबीपी की खबर के मुताबिक लोकसभा सांसद और एनसीपी नेता सुप्रिया सुले के पति सदानंद भालचंद्र सुले ने अजीत पवार को मनाने के लिए उनसे मुलाकात की है। खबर के पवार परिवार अजित को लगातार मनाने की कोशिश में जुटा है।
महाराष्ट्र रार पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पूर्व पीएम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि एननसीपी-शिवसेना-कांग्रेस गठबंधन प्रदेश में सरकार बना लेगा। उन्होंने कहा कि सभी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र विधानसभा में बुधवार को शक्ति परीक्षण कराने के उच्चतम न्यायालय के आदेश की मंगलवार को प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक सिद्धांतों को बरकरार रखने के लिए वह शीर्ष अदालत के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि यह सुखद है कि यह फैसला उस वक्त आया जब देश ‘संविधान दिवस’ मना रहा है। साथ ही उन्होंने इस फैसले को संविधान के निर्माता डॉक्टर बी.आर आंबेडकर को श्रद्धांजलि बताया। पवार ने ट्वीट किया, ‘‘मैं लोकतांत्रिक मूल्यों एवं संवैधानिक सिद्धातों को बरकरार रखने के लिए माननीय उच्चतम न्यायालय का आभारी हूं। यह खुशी की बात है कि महाराष्ट्र पर फैसला संविधान दिवस के मौके पर आया जो भारत रत्न डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर को एक श्रद्धांजलि है।’’
शिवसेना ने महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम पर उच्चतम न्यायालय के फैसले पर कहा, सत्य की जीत होगी, उसकी कभी हार नहीं हो सकती। वहीं, कांग्रेस नेता चव्हाण ने महाराष्ट्र विधानसभा में तीन पार्टियों के बहुमत साबित करने का विश्वास जताते हुए कहा कि भाजपा के दावे की पोल कल खुल जाएगी। वहीं, कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि वह महाराष्ट्र विधानसभा में शक्ति प्रदर्शन के फैसले से संतुष्ट हैं। उनके मुताबिक, संविधान दिवस पर संविधान का सम्मान हुआ।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद पहली राजनीतिक टिप्पणी एनसीपी की तरफ से आई। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा, 'सत्यमेव जयते। भाजपा का खेल खत्म।' बता दें कि फडणवीस सरकार के गठन पर पहले भी नवाब मलिक ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने इस बात का भी जिक्र किया कि चुनाव नतीजे घोषित होने के एक महीने बीत जाने के बावजूद विधायकों ने शपथ नहीं ली। कोर्ट के मुताबिक, हॉर्स ट्रेडिंग यानी विधायकों की खरीद-फरोख्त रोकने के लिए फ्लोर टेस्ट का अंतरिम आदेश जरूरी है।
शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन की ओर से कोर्ट में पेश कपिल सिब्बल ने मांग की कि अदालत सीएम देवेंद्र फडणवीस पर महत्वपूर्ण नीतिगत फैसले लेने पर रोक लगाए। हालांकि, कोर्ट ने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा, 'महाराष्ट्र विधानसभा के सभी निर्वाचित सदस्य 27 नवंबर को शपथ लेंगे। हम महाराष्ट्र के राज्यपाल से अनुरोध करते हैं कि वह 27 नवंबर को विश्वास मत सुनिश्चित करें।' उच्चतम न्यायालय ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा की पूरी कार्यवाही का सीधा प्रसारण होगा। कोर्ट ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत के दौरान गुप्त मतदान नहीं होगा, पूरी प्रक्रिया पांच बजे तक पूरी हो जानी चाहिए।