प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 फरवरी को मुंबई कोस्टल रोड के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने इस बारे में जानकारी दी। कोस्टल रोड पहले फेज की शुरुआत फरवरी के मध्य तक हो जाएगी। इसके चालू हो जाने के बाद मुंबईवासियों को ट्रैफिक से निजात मिल जाएगी। मुंबई की यह ड्रीम परियोजना अपने अंतिम चरण में है।
कोस्टल रोड बन जाने के बाद 10 किलोमीटर से ज्यादा का सफर महज 10-12 मिनट में तय किया जा सकेगा। कोस्टल रोड की कुल लंबाई 29.2 किलोमीटर है और इसका काम दो फेज में हो रहा है। ऐसे में इसके बन जाने से 30 से 40 मिनट समय की बचत होगी। फेज वन में 10.58 किलोमीटर का ब्रिज बन रहा है। वहीं 2.4 किमी तक समुद्री टनल बना है। कुल 13,898 करोड़ के प्रोजेक्ट में अब तक 9,383 करोड़ का काम किया गया है।अनुमान के मुताबिक इस कोस्टल रोड का काम करीब 84 फीसदी से ज्यादा हो पूरा हो चुका है।
समुद्र के अंदर बनाई गयी देश की पहली टनल
भारत की यह पहली ऐसी टनल है जिसे समुद्र के अंदर बनाया गया है। यह टनल 40 फीट चौड़ी है। कोस्टल रोड का एक लेन जल्द शुरू करने की तैयारी चल रही है।करीब 14 हजार करोड़ की लागत से बन रहा कोस्टल रोड का पहला फेज वर्ली से मरीन ड्राइव तक जाएगा।मरीन ड्राइव से प्रियदर्शिनी पार्क तक दो सुरंगें हैं जो कुल 4 किमी तक 2-2 किमी की दो सुरंगें हैं। पूरे साउथ कोस्टल रोड प्रोजेक्ट पर 12,700 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
1600 गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था
कोस्टल रोड परियोजना में तीन इंटरचेंज हैं। पहला इंटरचेंज इमर्सन गार्डन में, दूसरा इंटरचेंज हाजी अली में और तीसरा इंटरचेंज वर्ली में है। इंटरचेंजों के बीच पार्किंग व्यवस्था अंडरग्राउंड होगी जहां 1600 गाड़ियां पार्क की जाएंगी। पूरी सड़क आठ लेन की होगी जबकि सुरंग मार्ग छह लेन का होगा। इससे जुड़ी अन्य परियोजनाओं में गार्डन साइकिल ट्रैक और जॉगिंग ट्रैक का निर्माण शामिल है। इस 10 किमी की सड़क पर 16 अंडरपास बनाए गए हैं ताकि पैदल यात्री आसानी से रास्ता पार कर सकें। अगर सुरंग में कोई हादसा हो जाता है तो तत्काल मदद की भी व्यवस्था की गई है। इसके लिए बीएमसी के आपातकालीन नियंत्रण कक्ष, मुंबई फायर ब्रिगेड, पुलिस और यातायात पुलिस की व्यवस्था रहेगी।
दो भागों में बंटी है परियोजना
मुंबई कोस्टल रोड परियोजना को दो भागों में बांटा गया है। इसके दो भाग हैं दक्षिण भाग और उत्तर भाग। इसमें सबसे पहले दक्षिणी हिस्से का काम लिया गया है। यह सड़क परियोजना मुंबई और कांदिवली के बीच लगभग 29 किमी की है। साउथ कोस्टल प्रोजेक्ट साढ़े दस किलोमीटर का हिस्सा है जो मरीन ड्राइव के प्रिंसेस स्ट्रीट फ्लाईओवर से वर्ली बांद्रा सी-लिंक तक शुरू होता है।
मुंबई कोस्टल रोड को लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मांग की है कि इसका नाम हिस्टोरिकल आइकन ‘छत्रपति संभाजी महाराज’ के नाम पर रखा जाए, जिसे राज्य के सीएम शिंदे पहले ही स्वीकार कर चुके हैं। मुंबई कोस्टल रोड का नाम छत्रपति संभाजी महाराज होगा।