महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। महायुति गठबंधन ने महाविकास आघाड़ी को धूल चटा दी है। महायुति गठबंधन को महाराष्ट्र में 234 सीटों पर जीत मिली है जबकि महाविकास आघाड़ी को केवल 50 सीटों पर जीत मिली है। महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की बड़ी जीत में महिलाओं का प्रमुख योगदान है। अगर हम महाराष्ट्र के नतीजे का विश्लेषण करें तो यह साफ नजर आ रहा है कि जिन विधानसभा सीटों पर महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत औसत वोटिंग प्रतिशत से अधिक था, वहां पर भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की। जिन इलाकों में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत पुरुषों के वोटिंग प्रतिशत से अधिक था, वहां की 80 फीसदी से अधिक सीटें महायुति गठबंधन की झोली में गईं।

बीजेपी ने जीती 132 सीटें

भाजपा ने 149 सीटों पर चुनाव लड़ा और उसमे से 132 सीटें जीतीं। जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 सीटें जीतीं। वहीं अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने 41 सीटें जीतीं। तीनों दलों का स्ट्राइक रेट जिन सीटों पर महिला मतदाताओं की भागीदारी अधिक थी, वह महा विकास अघाड़ी से अधिक था।

महिलाओं ने जमकर बरसाएं वोट

महायुति गठबंधन ने उन 15 सीटों में से 10 सीटें जीतीं जहां महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में अधिक मतदान किया और 44 सीटों में से 34 सीटें जीतीं जहां महिला मतदाताओं की हिस्सेदारी 49 प्रतिशत से अधिक थी। इसके अलावा जिन सीटों पर महिला मतदाताओं की संख्या राज्य के औसत 47.82 प्रतिशत से अधिक थी, वहां महायुति गठबंधन ने राज्य भर की 134 सीटों में से 83.6 प्रतिशत सीटें जीतीं।

सिर्फ सीटें ही ज्यादा नहीं जीतीं, इस मामले में भी चाचा पर भारी पड़े ‘अजित दादा’

इसी साल की शुरुआत में महायुती गठबंधन ने लड़की बहिन योजना की घोषणा की थी, जिसमें महिलाओं को 1,500 रुपये देने का वादा किया गया। मौजूदा चुनाव के दौरान महायुति नेताओं ने ये किस्त बढ़ाकर 2,100 रुपये करने का वादा किया था।

महाराष्ट्र में लगभग 60 प्रतिशत सीटों पर नतीजे 20 हजार वोटों के अंतर आए। 2019 के चुनावों में यह 53 प्रतिशत था। इसके अलावा सिर्फ 36 सीटों पर जीत का अंतर 5000 वोटों से कम था।

अजित पवार ने चाचा को दी मात

इसमें सबसे अहम अजित पवार की जीत है, जिन्होंने अपने चाचा और एनसीपी (SP) को करारी शिकस्त दी। एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की है और उसका स्ट्राइक रेट भी शानदार 71 फीसदी रहा है। बता दें कि 35 सीटों पर अजित पवार की एनसीपी का मुकाबला शरद पवार की एनसीपी से था। इसमें से 29 सीटों पर अजित पवार की एनसीपी ने जीत दर्ज की जबकि महज 6 सीट पर शरद पवार की एनसीपी ने जीत दर्ज की।