महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के चुनावी नतीजों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर उठापटक शुरू हो गई है। दरअसल, महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाला महायुति गठबंधन सरकार बनाने जा रहा है। इस गठबंधन को प्रचंड बहुमत हासिल होता हुआ दिख रहा है। चुनावी नतीजों में महायुति गठबंधन को 220 के करीब सीटें मिल रही हैं। इन रुझानों से यह तो तय हो गया है कि राज्य का मुख्यमंत्री इस गठबंधन से ही होगा, लेकिन वो चेहरा होगा कौन इसको लेकर पेंच फंस सकता है।

सुनेत्रा पवार ने कहा- दादा बनें सीएम

चुनावी नतीजों के बीच बीजेपी, एनसीपी और शिवसेना (शिंदे गुट) तीनों पार्टियों ने सीएम पद के लिए दावा ठोक दिया है। सबसे बड़ा बयान अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार का आया है जिन्होंने अपने पति को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की है। राज्यसभा सांसद सुनेत्रा पवार ने बारामती में मीडिया से बात करते हुए कहा, “जो जनता चाहती है कि दादा (अजीत पवार) मुख्यमंत्री बनें, वहीं मैं भी चाहती हूं, लेकिन अभी सब आंकड़ों का खेल है देखते हैं क्या होगा।

अजीत दादा के नाम पर किया जाए विचार- धीरज शर्मा

अजीत पवार को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग एनसीपी यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरज शर्मा ने भी की है। उन्होंने एक ट्वीट के जरिए कहा है कि मेरी मांग है कि राज्य के सबसे वरिष्ठ, अनुभवी और दूरदर्शिता वाले राजनेता अजीत दादा को इस बार से मुख्यमंत्री बनाये जाने पर गंभीरता से विचार किया जाए, उन्होंने अन्नदाताओं , बहनों, युवाओं और अल्पसंख्यकों के लिये डिप्टी सीएम और सह वित्त मंत्री रहते हुए कई जनहित कार्य किए हैं।

सीएम को लेकर क्या कहा एकनाथ शिंदे ने?

मुख्यमंत्री बनने का सवाल जब एकनाथ शिंदे से किया गया तो उन्होंने भी स्पष्ट जवाब देने से अभी किनारा किया। शिंदे ने कहा है कि सीएम पद को लेकर कोई मतभेद हमारे और बीजेपी के बीच नहीं हैं, हम अंतिम नतीजों का इंतजार कर रहे हैं और जैसे हमने एकसाथ चुनाव लड़ा है उसी तरह तीनों पार्टियां सीएम का फैसला भी मिलकर सहमति से ही करेंगी। बता दें कि अभी एकनाथ शिंदे ही राज्य के मुख्यमंत्री हैं।

जो पार्टी सबसे बड़ी, सीएम उसी का- बीजेपी

महाराष्ट्र में सीएम पद को लेकर बीजेपी से भी आवाज उठने लगी हैं। राज्य में भाजपा के बड़े नेता प्रवीण दारेकर ने कहा है कि चुनाव में यही नियम चलता है कि जो सबसे बड़ी पार्टी होती है मुख्यमंत्री उसका ही होता है ऐसे में सीएम भारतीय जनता पार्टी का चेहरा ही बनेगा। वहीं बीजेपी के इस बयान पर एकनाथ शिंदे ने कहा है कि चुनाव से पहले हम तीन पार्टियों के बीच ऐसा कुछ तय नहीं हुआ था कि जो पार्टी बड़ी होगी सीएम उसी का होगा।