महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार में उठापटक जारी है। शिवसेना कोटे से मंत्री अब्दुल सत्तार के इस्तीफे की खबरों के बीच अब जालना से कांग्रेस विधायक कैलाश गोरंट्याल ने इस्तीफा देने का एलान किया है। उन्होंने कहा कि मैं तीसरी बार MLA बना हूं लेकिन फिर भी मुझे मंत्री नहीं बनाया गया है। बता दें कि सावरकर के मुद्दे पर पहले भी शिवसेना- एनसीपी और कांग्रेस में सियासी बयानबाजी का दौर चल रहा है, ऐसे में विधायक के इस्तीफे के एलान से अघाड़ी सरकार बीजेपी (BJP) के निशाने पर आ गई।

मंत्री पद न मिलने से नाराज कांग्रेस विधायक: महाराष्ट्र के जालना से कांग्रेस के विधायक कैलाश गोरंट्याल ने शनिवार को कहा, “मेरे समर्थकों और मैंने राज्य पार्टी अध्यक्ष को अपना त्याग पत्र सौंपने का फैसला किया है। मुझे तीसरी बार विधायक के रूप में चुना गया है और मैं अपने लोगों के लिए काम करता हूं। फिर भी मुझे मंत्री नहीं बनाया गया है।”

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मंत्री के इस्तीफे की खबर: बता दें कि इससे पहले शिवसेना के विधायक और उद्धव सरकार में मंत्री अब्दुल सत्तार की नाराजगी की खबरें भी सामने आईं थी। दावा किया जा रहा था कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन सत्तार ने खुद मीडिया के सामने आए कहा, “मैंने इस्तीफा नहीं दिया है। मैं मुख्यमंत्री से बात करने मातोश्री जा रहा हूं। उसके बाद जो भी निर्णय उनके द्वारा लिया जाएगा, हम उसका पालन करेंगे।”

महाराष्ट्र में हुआ मंत्रालय का बंटवारा: राज्य में लंबी खींचतान के बाद मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस के बालासाहेब थोराट को राजस्व, अशोक चव्हाण को PWD, शिवसेना के एकनाथ शिंदे को नगरविकास और दादा भुसे को कृषि मंत्रालय दिया गया है। बताया जा रहा कि एनसीपी के अनिल देशमुख को गृह विभाग और अजित पवार को वित्त विभाग की जिम्मेदारी मिली है।