कांग्रेेेस अध्यक्ष राहुल गांधी नए विवाद के केंद्र में आ गए हैं। महाराष्ट्र के राज्य बाल अधिकार आयोग ने उन्हें POCSO act के तहत नोटिस जारी किया है। ये नोटिस उन्हें महाराष्ट्र के जलगांव में पिछड़े वर्ग के लड़कों को दूसरी जाति के लोगों के कुएं से पानी लेकर नहाने पर  निर्वस्त्र करके घुमाने के मामले में दिया गया है। आयोग ने राहुल गांधी के साथ ही ट्विटर कम्यूनिकेशन प्रा. लिमिटेड को भी नोटिस भेजा है। आयोग ने नोटिस भेजने का फैसला अमोल जाधव नाम के व्यक्ति की शिकायत पर किया है। महाराष्ट्र के राज्य बाल आयोग ने राहुल गांधी को 10 दिनों के भीतर नोटिस का जवाब देने के लिए कहा है।

राज्य बाल आयोग का नोटिस किशोर न्याय अधिनियम की धारा 74 और POCSO act की धारा 23 के तहत भेजा गया है। आयोग ने राहुल गांधी से जवाब देने के लिए कहा है कि वह कौन सी परिस्थिति थी जिसमें आपने इन बच्चों का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया। इसका उद्देश्य क्या था? बता दें कि महाराष्ट्र के जलगांव जिले के वकाडी में दो दलित और एक आदिवासी लड़का कुएं पर नहाने गए थे। ये कुआं कथित तौर पर दूसरी जाति के लोगों का था। इसी बात से खफा होकर कुछ लोगों ने उनकी निर्वस्त्र परेड करवा दी।

घटना के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसका वीडियो ट्​विटर पर साझा किया था। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों ईश्वर जोशी और उसके कर्मचारी प्रह्लाद लोहार को गिरफ्तार किया था। वीडियो अपलोड होने के बाद मामले ने सियासी तूल पकड़ लिया। राहुल गांधी के साथ ही कई राजनीतिज्ञों ने भी इस मामले में निंदा की थी। लोगों ने भाजपा और संघ पर भी जमकर निशाना साधा था।