Maharashtra Cabinet Expansion: महाराष्ट्र में महायुति सरकार का कैबिनेट विस्तार 14 दिसंबर को होने के आसार हैं। गुरुवार को डिप्टी सीएम अजित पवार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। उस समय भी एनसीपी ने वित्त विभाग के लिए अपनी आवाज बुलंद की। इतना ही नहीं यह भी कहा कि अगर पार्टी और उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष को यह मंत्रालय नहीं मिलता है तो महायुति सरकार का कोई भी मतलब नहीं रह जाएगा।

गुरुवार को पार्लियामेंट में अजित पवार की अमित शाह से मुलाकात के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता अमोल मिटकरी ने कहा कि अगर अजित पवार को वित्त मंत्रालय नहीं मिलता है तो सरकार का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। इस मौके पर एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे भी मौजूद थे। अजीत पवार की पत्नी भी वहां पर मौजूद थीं।

मिटकरी ने कहा कि साल 2024 के चुनावों से पहले पूरे महाराष्ट्र में लड़की बहन स्कीम और किसानों के बिजली बिल माफी जैसी योजनाओं को देखा गया है। इन स्कीम्स को लागू करते समय वित्त मंत्री के तौर पर अजित पवार यह देखेंगे कि राज्य पर ज्यादा वित्तीय बोझ ना पड़े। अगर महाराष्ट्र में वित्तीय तौर पर अनुशासन तय करना है तो वित्त विभाग अजित पवार को ही मिलना चाहिए।

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वित्त मंत्रालय अजित पवार के लिए परफेक्ट

मिटकरी ने कहा कि वित्त मंत्रालय अजित पवार के लिए बिल्कुल सटीक है। उन्होंने कहा कि अगर चर्चा चल रही है और अगर हमें पता चलता है कि गृह मंत्रालय बीजेपी को मिल रहा है, तो यह उनके सही है। लेकिन वित्त मंत्रालय एनसीपी के अनुकूल है। इसलिए इसे अजीत पवार के पास ही रहना चाहिए, वरना महायुति का कोई भी मतलब नहीं रह जाएगा।

वहीं ससंद भवन में शाह से मुलाकात करने के बाद अजित पवार ने कहा कि हमने गन्ने के मुद्दे पर चर्चा की। मैं अमित शाह से गन्ने के दाम बढ़ाने का भी आग्रह किय। उन्होंने जनवरी तक फैसला लेने का वादा किया। अजित पवार ने कहा कि कैबिनेट विस्तार पर 14 जनवरी को चर्चा होगी। हालांकि, सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कैबिनेट विस्तार की तारीख अभी तय नहीं हुई है।

शिंदे को मनाने बीजेपी ने बावनकुले को भेजा

कैबिनेट विस्तार से पहले भारतीय जनता पार्टी ने राज्य पार्टी चीफ चंद्रशेखर बावनकुले को शिवसेना नेता और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को मनाने के लिए भेजा। वह पोर्टफोलियों के आवंटन को लेकर अपने साथी दलों से नाराज बताए जा रहे थे।

बावनकुले को भेजने का कदम ऐसे वक्त में उठाया गया है जब एक दिन पहले ही शिंदे नई दिल्ली में नहीं गए थे। यहां पर सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मंत्री पद के फॉर्मूले को तय करने के लिए गए थे। बावनकुले शिंदे से मिलने उनके सरकारी आवास वर्षा गए थे।

महायुति के सूत्रों ने जानकारी दी है कि महायुति मंत्रियों का मंत्रिमंडल विस्तार राजभवन में होगा और इसकी जानकारी उन्हें दे दी गई है। बीजेपी के एक अधिकारी ने कहा कि बावनाकुले कैबिनेट विस्तार पर चर्चा के लिए फडणवीस का संदेश लेकर शिंदे के पास गए हैं। बैठक के दौरान बावनकुले ने शिंदे को बताया कि सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद बीजेपी गठबंधन सहयोगी शिवसेना और एनसीपी को जरूरी विभाग भी दे रही है। वहीं 132 सीटों वाली बीजेपी को इससे कम सीटों पर संतोष करना पड़ रहा है। हालांकि, कम से कम दो शिवसेना नेताओं ने संकेत दिया कि शिंदे के मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद बीजेपी उनकी पार्टी द्वारा मांगे गए अहम विभागों को देने को तैयार नहीं है। शिंदे को नहीं मिलेगा गृह मंत्रालय! शिवसेना-एनसीपी को ये विभाग देने को तैयार बीजेपी पढ़ें पूरी खबर…