बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने एक ऐसा बयान दिया है जिसने पार्टी नेताओं को भी हैरान किया दिया है। पंकजा मुंडे ने एक कार्यक्रम में कहा कि मैं बीजेपी में हूं लेकिन बीजेपी मेरी नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि अगर पिता से झगड़ा हो जाए तो भाई के पास जा सकते हैं। पंकजा दिल्ली में राष्ट्रीय समाज पार्टी की ओर से अहिल्या देवी होलकर की जयंती के मौके पर आयोजित प्रोग्राम में शामिल होने पहुंची थी। अब उनके इस बयान को लेकर विपक्ष हमलावर है।

पंकजा मुंडे ने कहा कि मैं किसी चीज से नहीं डरती। डरना हमारे खून में नहीं है। अगर कुछ नहीं मिला तो मैं खेत में गन्ना काटने जाउंगी। मुझे किसी चीज का स्वार्थ, आशा और इच्छा नहीं है। मैं बीजेपी की हूं लेकिन बीजेपी मेरी थोड़ी है, बीजेपी एक बड़ी पार्टी है। मैं बीजेपी की हो सकती हूं लेकिन बीजेपी मेरी नहीं हो सकती है। पंकजा मुंडे ने कहा कि महादेव जानकर को मेरे पिता दिवंगत गोपीनाथ मुंडे ने अपना बेटा माना था। इसलिए मैं जानकर के लिए हमेशा लड़ती रहती हूं। मजाकिया लहजे में पंकजा मुंडे ने कहा कि यह अच्छी बात बात है कि महादेव जानकर ने शादी नहीं की है। इसलिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह जनता के प्रति समर्पित जीवन जी सकते हैं। उन्हें अपने परिवार को नहीं बल्कि देश की जनता को पालना है।

बीजेपी को देनी पड़ी सफाई

सूत्रों का कहना है कि पंकजा इन दिनों पार्टी से नाराज चल रही हैं। उनके बयान पर अब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बवनकुले की ओर से भी सफाई दी गई है। बवनकुले ने कहा कि पंकजा मुंडे पार्टी से नाराज नहीं हैं। उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि मैंने पंकजा का पूरा बयान देखा है। पंकजा महाराष्ट्र में पार्टी को मजबूत करने का काम कर रही हैं। खास बात यह है कि इस समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे।

पंकजा मुंडे के इस बयान को लेकर विपक्ष भी हमलावर है। शिवसेना उद्धव गुट के सांसद संजय राउत का भी इस पर बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि पंकजा मुंडे को परिणाम की परवाह किए बिना फैसला लेना चाहिए। उधर एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल का कहना है कि कांग्रेस-एनसीपी से बीजेपी में आये नेताओं को अहम पद देने के चक्कर में पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय हो रहा है।