रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने छत्रपति संभाजीनगर में मेवाड़ शासक की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप ने शिवाजी महाराज को प्रेरित किया। देश की आजादी के बाद वामपंथी इतिहासकारों ने महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी महाराज को उनका उचित श्रेय नहीं दिया।

राजनाथ सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप ने देशभक्ति के लिए साहस का परिचय दिया, स्वाभिमान से समझौता नहीं किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि औरंगजेब का महिमामंडन करने वालों को नेहरू की किताब पढ़नी चाहिए, जिसमें उसे क्रूर, कट्टरपंथी शासक बताया गया है।

महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्रीय नायक- रक्षामंत्री

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्रीय नायक हैं, न कि मुगल शासक औरंगजेब। राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘छत्रपति शिवाजी महाराज ने विशेष रूप से गुरिल्ला युद्ध रणनीति के लिए महाराणा प्रताप से प्रेरणा ली थी।’’ भाजपा के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि स्वतंत्रता के बाद वामपंथी झुकाव वाले इतिहासकारों ने महाराणा प्रताप और शिवाजी महाराज दोनों को उचित श्रेय नहीं दिया, बल्कि औरंगजेब का महिमामंडन किया।

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राजनाथ बोले- औरंगजेब को नायक मानने वालों को नेहरू की किताब पढ़नी चाहिए

राजनाथ ने कहा, ‘‘जो लोग मानते हैं कि औरंगजेब एक नायक था, उन्हें पंडित जवाहरलाल नेहरू की किताब पढ़नी चाहिए, जिन्होंने लिखा था कि मुगल बादशाह एक क्रूर, कट्टरपंथी शासक था।’’ सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप ने अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी और मुगल सम्राट अकबर के प्रभुत्व को चुनौती दी। उन्होंने कहा कि अपनी अनुकरणीय वीरता के अलावा महाराणा प्रताप ने समाज के सभी वर्गों को एकजुट किया।

बीजेपी नेता ने कहा, ‘‘आदिवासी और मुसलमान उनकी सेना का हिस्सा थे। हकीम खान सूरी ने मुगलों के खिलाफ लड़ते हुए हल्दीघाटी की लड़ाई में अपना जीवन बलिदान कर दिया। एक मुस्लिम युवक शिवाजी महाराज का अंगरक्षक था।’’ मंत्री ने कहा कि औरंगजेब का महिमामंडन करने वाले मुसलमानों का अपमान करते हैं। पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स

(भाषा के इनपुट के साथ)