गुरुवार रात को गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत के रोने के बाद से माहौल पूरी तरह बदल गया है। 26 जनवरी की परेड के बाद अपने अपने घरों को लौटे किसान भी अब वापस से गाजीपुर बॉर्डर लौटने लगे हैं। इतना ही नहीं इसको लेकर आज मुजफ्फरनगर में एक महापंचायत भी बुलाई गयी है जिसमें किसान आंदोलन को लेकर बड़ा फैसला हो सकता है. इतना ही नहीं राकेश टिकैत को राहुल गाँधी, अजीत सिंह, जयंत चौधरी जैसे बड़े नेताओं ने भी समर्थन दिया है।

बीती रात उत्तर प्रदेश पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे धरने को ख़त्म करने का अल्टीमेटम दे दिया था जिसके बाद राकेश टिकैत ने प्रशासन के आदेश को मानने से इंकार कर दिया था। इस दौरान लोगों से बातचीत करते हुए राकेश टिकैत काफी भावुक हो गए थे और रोने लगे थे। जिसके बाद राकेश के बड़े भाई नरेश टिकैत ने सिसौली में इमरजेंसी पंचायत बुलाकर किसानों को जल्द से जल्द गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने के निर्देश दिए थे। नरेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर गाजीपुर बॉर्डर पर किसी किसान को खरोंच भी आई तो सरकार को लाशों के ढेर से गुजरना पड़ेगा। 

इसके अलावा आज शुक्रवार को नरेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज में एक महापंचायत बुलाई है जिसमें गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन को लेकर एक बड़ा फैसला लिया जा सकता है। आपको बता दूँ कि राकेश टिकैत बलियान खाप से आते हैं। बालियान खाप पश्चिमी यूपी की सबसे बड़ी खाप पंचायत है और इसके अध्यक्ष नरेश टिकैत ही हैं।

प्रशासन द्वारा जबरन धरनास्थल खाली करवाए जाने के दौरान राकेश टिकैत के रोने पर उन्हें कई नेताओं ने अपना समर्थन दे दिया है। राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अभी चौधरी अजित सिंह जी ने भारतीय किसान यूनियन  के अध्यक्ष नरेश टिकैत जी और प्रवक्ता राकेश टिकैत जी से बात की है। चौधरी साहब ने संदेश दिया है कि चिंता मत करो, किसान के लिए जीवन मरण का प्रश्न है। सबको एक होना है और साथ रहना है।

 

राकेश टिकैत के समर्थन में गुरुवार देर रात हरियाणा के जींद जिले के कंडेला गांव में ग्रामीणों ने जींद-चंडीगढ़ मार्ग पर जाम लगा दिया था। इतना ही नहीं राष्ट्रीय जाट महासंघ भी राकेश टिकैत को समर्थन देने गाजीपुर बॉर्डर पहुंच गया। जाट नेता रोहित जाखड़ ने इस दौरान कहा कि यह हमारे किसानों की मौत के खिलाफ लड़ाई है और शुक्रवार सुबह तक हजारों किसान यहां पहुंच जाएंगे।