केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को परिवार के साथ महाकुंभ के त्रिवेणी संगम में स्नान किया और इस मौके पर भावुक होते हुए इस धार्मिक स्थल के महत्व को साझा किया। उन्होंने कहा कि युगों से पीढ़ियां इस क्षण का इंतजार करती हैं और यह समय अनोखा है, जब दुनियाभर से लोग स्वेच्छा से त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के लिए आते हैं।

त्रिवेणी में डुबकी लगाने से गहरी आत्मिक शांति मिली

सिंधिया ने इस अवसर पर कहा, “प्रयागराज से हमारे परिवार का ऐतिहासिक जुड़ाव रहा है। हमारे पूर्वज, श्रीमंत महाराज ने इस क्षेत्र को मुगलों के शासन से मुक्त किया था और यहां के आध्यात्मिक मंदिरों को संजीवित करने का कार्य किया था। यह हमारे परिवार के लिए एक भावनात्मक और श्रद्धेय क्षण है।” उन्होंने कहा कि त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने से उन्हें एक गहरी आत्मिक शांति का अहसास हुआ, जो कि उनके जीवन का महत्वपूर्ण अनुभव है। सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य के मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी को इस दिव्य और भव्य आयोजन के लिए धन्यवाद दिया।

यह भी पढ़ें…महाकुंभ में सचिन पायलट की डुबकी से सियासी तापमान हाई, संगम स्नान करने वाले कांग्रेस के पहले बड़े नेता

वहीं, महाराष्ट्र की वरिष्ठ बीजेपी नेता नवनीत राणा ने भी त्रिवेणी संगम में स्नान किया और इस अवसर पर उन्होंने महाकुंभ में युवाओं की बढ़ती भागीदारी पर खुशी जताई। नवनीत ने कहा कि इस बार महाकुंभ में युवाओं का हिस्सा पहले से कहीं अधिक देखा गया है। यह सनातन संस्कृति समृद्ध होने और उसके प्रति उनकी गहरी आस्था और श्रद्धा को दर्शाता है। संगम में स्नान के बाद उन्होंने इसे आध्यात्मिक रूप से एक अद्भुत और सुखद अनुभव बताया।

नवनीत राणा ने कहा, “हम सनातन धर्म के अनुयायी हैं और हमारे लिए धर्म से बढ़कर कुछ नहीं है। त्रिवेणी संगम में स्नान करने के बाद आत्मिक शांति का अनुभव हुआ और जीवन धन्य हो गया। यह हमें अपनी संस्कृति और धर्म से जुड़ने का एक अनमोल अवसर प्रदान करता है।” इस दौरान दोनों नेताओं ने इस भव्य आयोजन के महत्व और इसकी धार्मिक गहराई को लेकर आभार व्यक्त किया।