उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की शुरुआत में केवल 3 दिन ही बाकी है। इस बीच प्रसिद्ध जूना अखाड़े का भव्य पंडाल बनकर तैयार हो चुका है। 35 दिनों में इस पंडाल का निर्माण किया गया। यह पंडाल काफी भव्य बनाया गया है और किसी आलीशान महल से कम नहीं है। जूना अखाड़े का पंडाल 4.5 लाख स्क्वायर फीट जमीन पर बनाया गया है।

22 एकड़ भूमि पर बना भव्य पंडाल

पंडाल को बनाने वाले आर्किटेक्ट ने कहा कि इसे 22 एकड़ भूमि पर बनाया गया है। इसके अलावा इसके अंदर तमाम तरीके की सुविधाएं भी हैं।महाकुंभ के दौरान जूना अखाड़े में कई वीआईपी गेस्ट भी आएंगे। अखाड़े के द्वारा श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा। अखाड़े की खासियत यह है कि इस पंडाल के अंदर 20 बेड का हॉस्पिटल भी है और मंदिर भी है।

पंडाल को लेकर आर्किटेक्ट मालिनी दोशी ने कहा, ”हमारी अधिकृत भूमि लगभग 22 एकड़ है और निर्माण लगभग 4.75 लाख वर्ग फुट में है। हम भूमिगत जल आपूर्ति और जल निकासी की व्यवस्था करते हैं ताकि पूरा शिविर 40-45 दिनों तक साफ रहे।’ यह सब गुजरात वास्तुकला से प्रेरित है। मुख्य क्षेत्रों में 20 बिस्तरों का 24 घंटे का अस्पताल, मेले में आने वाले सभी लोगों के लिए मुफ्त भंडारा, मंदिर और हमारे वीआईपी मेहमानों के लिए दत्त सदन शामिल हैं।”

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50 देशों के अधिक श्रद्धालु लेंगे हिस्सा

जूना अखाड़े के प्रमुख आचार्य अवधेशानंद जी महाराज हैं। उन्होंने एक बयान में कहा है कि इस बार का महाकुंभ ग्लोबल होगा और इसमें 50 से अधिक देशों के श्रद्धालु हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि 1500 से अधिक विदेशी पहले ही महाकुंभ के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं और उसका आर्थिक प्रभाव भी काफी अधिक होगा। उन्होंने कहा कि महाकुंभ से लोकल इंडस्ट्री और हजारों मजदूरों को रोजगार मिला है।

महाकुंभ के लिए अनुमान लगाया जा रहा है कि 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा में पवित्र डुबकी लगाएंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बयान में कहा कि हमने 100 करोड़ श्रद्धालुओं की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि मौनी अमावस्या पर करीब 6 करोड़ से अधिक लोग स्नान करेंगे। सीएम योगी खुद लगातार प्रयागराज के दौरे कर रहे हैं और व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं।