सट्टेबाजी के आरोप में बंद किए गए महादेव ऐप के प्रमोटरों पर कानून का शिकंजा कस गया है। ऐप के प्रमोटर और मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर को दुबई में नजरबंद कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी सौरभ के खिलाफ ED के अनुरोध पर जारी रेड कॉर्नर नोटिस पर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने एक्शन लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूएई के अधिकारियों ने दुबई में सौरभ चंद्राकर के ठिकाने पर ताला लगाकर उसे नजरबंद कर दिया है। इसके साथ ही उसे भारत लाने का रास्ता भी साफ हो गया है.

सौरभ चंद्राकर को जल्द ही भारत लाने की कार्रवाई भी की जा सकती है। आरोपी सौरभ चंद्राकर को बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जा रही है क्योंकि ऐसा करने पर वह भाग सकता है। संयुक्त अरब अमीरात के अधिकारी फिलहाल उस पर निगरानी रख रहे हैं और भारतीय अधिकारियों के उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू करने का इंतजार कर रहे हैं।

6000 करोड़ की मनी लॉड्रिंग का आरोप

अक्टूबर 2023 में छत्तीसगढ़ के रायपुर में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) की एक विशेष अदालत के आदेश पर ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी। जांच एजेंसी के अनुसार, सौरभ चंद्राकर और एक अन्य प्रमोटर रवि उप्पल UAE स्थित अपने हेड ऑफिस से महादेव सट्टेबाजी ऐप के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला का लेनदेन कर रहे थे। इस मामले में 6000 करोड़ की मनी लॉड्रिंग करने का आरोप है।

ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए बनाया गया था महादेव बेटिंग ऐप

महादेव बेटिंग ऐप ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए बनाया गया। इस पर यूजर्स पोकर, कार्ड गेम्स, चांस गेम्स नाम से लाइव गेम खेलते थे। ऐप के जरिए क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल जैसे खेलों और चुनावों में सट्टेबाजी भी की जाती थी। भारत में छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों के बड़े शहरों में महादेव बेटिंग ऐप के करीब 30 कॉल सेंटर खोले गए थे। इन कॉल सेंटर को एक चेन बनाकर चलाया जा रहा था।

सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल दो बेहद करीबी अनिल दम्मानी और सुनील दम्मानी की मदद से हिंदुस्तान में ऑपरेट कर रहे थे। हर ब्रांच को सौरभ और रवि फ्रेंचाइजी के रूप में बेचते थे।