मध्यप्रदेश सरकार में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुखदेव पांसे उस वक्त मुसीबत में फंस गए जब एक किसान महिला ने उन्हें किसान कर्जमाफी के मुद्दे पर घेर लिया। महिला ने कर्जमाफी के मुद्दे पर मंत्री पर सवाल उठाए। दरअसल मंत्री सुखदेव पांसे बैतुल स्थित मुलताई इलाके के गांव जौलखेड़ा में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। वह मुख्यमंत्री ग्रामीण हाट बाजार के उद्घाटन के लिए पहुंचे थे। मंच  तभी महिला मंच पर चढ़ गईं और सरकार के अधूरे वादों को याद दिलाने लगी।

महिला के सवालों की बौछारों के बीच कमलनाथ के मंत्री चुपचाप सुनते रहे और फिर बाद में अपनी बात रखी। इस दौरान महिला को वहां मौजूद लोगों ने मंच से उतारने की भी कोशिश की लेकिन पांसे ने उन्हें ऐसा करने से रोका। इस दौरान महिला को अपनी बात रखने का पूरा मौका दिया गया। महिला किसान ने कहा ‘कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि किसानों की कर्जमाफी 10 दिनों के भीतर कर दी जाएगी। अगर ऐसा नहीं होगा तो मुख्यमंत्री बदल दिया जाएगा लेकिन अब तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।’

महिला ने आगे कहा ‘कांग्रेस ने चुनावी घोषणा पत्र में कहा था कि जिस गांव की महिलाएं 80 प्रतिशत हस्ताक्षर करके देंगी उस गांव में शराब की दुकानें बंद कर दी जाएंगी पर अब तक यह भी नहीं किया गया। शराब की वजह से हमारे गांव में कई लोगों की मौत हो चुकी है। 8वीं और 9वीं क्लास के छात्र भी शराब का सेवन करते हैं।’

इन सवालों पर सभा में मौजूद अन्य लोगों ने ताली बजाकर महिला का प्रोत्साहित किया। वहीं महिला को ध्यान से सुनने के बाद पांसे ने कहा ‘किसानों की कर्जमाफी पूरा काम किया जा रहा है और रही बात शराबंबदी की तो इसमें थोड़ा समय लगता है। महिला किसान ने जो भी मुद्दें उठाए हैं हम उसको संज्ञान में लेंगे और उनपर काम किया जाएगा।’