समाजवादी पार्टी (सपा) ने मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए अपने दो और उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है। अब तक सपा ने 6 नामों की घोषणा कर दी है। हालांकि अभी तक सपा ने यह ऐलान नहीं किया है कि वह अकेले चुनाव लड़ेगी या फिर कांग्रेस या किसी अन्य दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी।

सपा के प्रदेश अध्यक्ष रामायण सिंह पटेल से पत्रकारों ने पूछा कि क्या सपा विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक के रूप में कांग्रेस के साथ मिलकर मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ेगी? इसपर उन्होंने ऐसी किसी भी संभावना से इनकार किया। रामायण सिंह पटेल ने रविवार को समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, “किसी भी राज्य में गठबंधन के बारे में निर्णय पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा लिया जाता है, लेकिन अभी तक हमें आगामी विधानसभा चुनावों के लिए मध्य प्रदेश में इस तरह के गठबंधन की कोई संभावना नहीं दिख रही है।”

सपा के प्रदेश अध्यक्ष रामायण सिंह पटेल ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष इस संबंध में निर्णय लेंगे। बता दें कि विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ में कांग्रेस और सपा सहित 26 राजनीतिक दल शामिल हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच है।

सत्तारूढ़ भाजपा और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के बाद सपा तीसरी पार्टी है, जिसने अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है। हालांकि निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की अभी घोषणा नहीं की है। मध्य प्रदेश विधानसभा की कुल 230 सीटों के लिए होने वाले चुनावों के लिए भाजपा ने अब तक 39 उम्मीदवारों और बसपा ने सात उम्मीदवारों की सूची जारी की है।

कांग्रेस पार्टी ने भी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अभी तक गठबंधन को लेकर अपना रूप स्पष्ट नहीं किया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ लगातार राज्य के जिलों का दौरा कर रहे हैं और कांग्रेस के लिए प्रचार कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पांच गारंटी दी है। पार्टी का कहना है कि आने वाले चुनाव में अगर उसकी सरकार बनेगी तो जनता के हित के लिए वे पांच गारंटी को लागू करेगी।