मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने मंत्री बेटे को चिट्ठी लिखकर मंदिरों के नजदीक बूचड़खाने हटवाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने इस चिट्ठी में यह भी का कि बीजेपी के शासन के दौरान इस वजह से हिंदूओं की आस्था को ठेस पहुंची है। दिग्विजय ने मांग की है कि इसके निर्माण पर रोक लगाई जाए और इसे कही और शिफ्ट किया जाए।

दरअसल बीजेपी के शासन के दौरान भोपाल नगर निगम ने आदमपुर छावनी के पास कंकाली मंदिर के नजदीक बूचड़खाना बनवाने का फैसला लिया गया था। यह पहला सुभाष नगर में बनाया जाना था लेकिन बाद में फैसला हुआ कि बूचड़खाना कंकाली मंदिर के नजदीक बनाया जाएगा। सीएम पिता ने नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह को इसे हटाने की मांग की है।

सिंह ने कहा है कि नवरात्र के दौरान कई श्रद्धालू मंदिर में पूजा-अर्चना करने आते हैं साथ ही मंदिर की रोड पर राम मंदिर और इस्कॉन मंदिर भी है। बीजेपी की सरकार के दौरान लिए गए इस फैसले का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध भी किया था। इस विरोध के बावजूद तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान और नगर निगम ने लोगों की इच्छा के खिलाफ जाकर डीपीआर को मंजूरी दी।

बता दें कि दिग्विजय ने यह मांग ऐसे समय पर की है जब उन्होंने हाल ही में बीजेपी नेताओं पर लगे रेप के आरोपों की ओर इशारा करते हुए सनातन धर्म को बदनाम करने का आरोप लगाया है। दिग्विजय ने कहा है कि, ‘भगवा वस्त्र पहनकर लोग चूरन बेच रहे हैं। भगवा वस्त्र पहनकर बलात्कार कर रहे। मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं। क्या यही हमारा धर्म है? हमारे सनातन धर्म को जिन लोगों ने बदनाम किया है, उन्हें ईश्वर भी माफ नहीं करेगा।’