Rahul Gandhi On Bharat Jodo Yatra Anniversary: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे सालगिरह पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि इस यात्रा ने साबित कर दिया कि भारतीय लोग प्रेम करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि हमारा मिशन यह था कि देश के हर कोने में प्यार की आवाज सुनाई दे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि भारत जोड़ो यात्रा ने मुझे मौन की खूबसूरती सिखाई। जयकारे लगाती भीड़ और नारों के बीच, मैंने शोर को अनदेखा करके अपने बगल में बैठे व्यक्ति पर पूरा ध्यान केंद्रित करने की शक्ति पाई। वास्तव में सुनने की। उन 145 दिनों में और उसके बाद के दो सालों में मैंने अलग-अलग पृष्ठभूमि से आए हजारों भारतीयों को सुना है।
हर आवाज में ज्ञान है, मुझे कुछ नया सिखाया है और हर आवाज ने हमारी प्यारी भारत माता का प्रतिनिधित्व किया है। यात्रा ने साबित कर दिया कि भारतीय स्वाभाविक रूप से प्रेम करने वाले लोग हैं। गांधी ने हैशटैग भारत जुड़ने तक का इस्तेमाल करते हुए कहा कि जब मैंने यह यात्रा शुरू की थी तो मैंने कहा था कि प्रेम नफरत को जीतेगा और उम्मीद डर को हराएगी, आज हमारा मिशन वही है। भारत माता की आवाज, प्रेम की आवाज हमारे प्यारे देश के हर कोने में सुनी जाए।
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कांग्रेस ने भी भारत जोड़ो यात्रा को सराहा
कांग्रेस ने भी इसकी तारीफ करते हुए कहा कि कन्याकुमारी-कश्मीर मार्च पार्टी के लिए एक बहुत बड़ा बूस्टर डोज है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्रियों द्वारा कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल तय की गई दूरी ने करोड़ों लोगों के दिलों में प्रेम, आपसी सद्भाव और भाईचारे की अभूतपूर्व जनचेतना जगाई है। खड़गे ने पोस्ट कर कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर मैं देश की जनता से केवल यही अपील करता हूं कि वे संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए संघर्ष जारी रखें।
कब शुरू हुई थी भारत जोड़ो यात्रा
7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से यात्रा शुरू की थी। यह 30 जनवरी 2023 को खत्म हुई। यात्रा के दौरान गांधी ने 12 सार्वजनिक बैठकों, 100 से ज्यादा नुक्कड़ सभाओं और 13 प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस यात्रा में नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की महबूबा मुफ्ती, शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे, प्रियंका चतुर्वेदी और संजय राउत और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SCP) नेता सुप्रिया सुले जैसे विपक्षी नेता भी मार्च के दौरान अलग-अलग जगह पर राहुल गांधी के साथ में चले।