पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के छापामारी के दौरान टीम पर भीड़ के हमले के मामले में ईडी ने टीएमसी नेता शाहजहां शेख के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। पुलिस शुक्रवार को उसके घर पर छापा मारने पहुंची थी, तभी टीम पर हमला हो गया था। इसमें कई अधिकारी घायल भी हो गए थे। घटना के बाद से शाहजहां शेख फरार है। एजेंसी के मुताबिक शाहजहां शेख के समर्थकों ने ही हमला किया था। ईडी ने नोटिस को सभी एयरपोर्ट और सीमा सुरक्षा बल, सीमा पुलिस तथा अन्य एजेंसियों को भेज दिया है।
शाहजहां के समर्थकों ने किया था ईडी टीम पर हमला
टीएमसी नेता और उत्तर 24 परगना जिला परिषद सदस्य शाहजहां शेख के संदेशखाली स्थित आवास पर तलाशी ले रही ईडी टीम पर उसके समर्थकों ने हमला कर दिया और सीआरपीएफ कर्मियों के साथ भी मारपीट की। पुलिस ने घटना के संबंध में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है, हालांकि तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है।
हमले में कई अफसर गंभीर रूप से घायल हो गये थे
ईडी सूत्रों के मुताबिक, जब उनका काफिला बोनगांव से निकल रहा था, तभी भीड़ ने उनकी गाड़ियों पर पथराव करना शुरू कर दिया, जिससे एक गाड़ी का शीशा टूट गया. सूत्र ने कहा, “हमारे अधिकारियों और केंद्रीय बलों को 100 से अधिक लोगों की भीड़ का सामना करना पड़ा। हालांकि, केंद्रीय बल स्थिति को नियंत्रित करने में कामयाब रहे।”
मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बोनगांव नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष शंकर आध्या को शुक्रवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया। आध्या को राज्य के पूर्व मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक का करीबी माना जाता है, जिन्हें पहले केंद्रीय एजेंसी ने गिरफ्तार किया था। इससे पहले शुक्रवार को दिन में पश्चिम बंगाल के सन्देशखाली (Sandeshkhali) में ईडी की टीम राशन घोटाले को लेकर टीएमसी नेता शाहजहां शेख के ठिकाने पर छापा मारने पहुंची थी।
इसी दौरान करीब ढाई सौ से ज्यादा लोगों ने टीम को घेरकर अधिकारियों पर हमला कर दिया। घटना में कुछ लोग घायल भी हो गये थे। अचानक हमले से इलाके में तनाव फैल गया था। मामले में सियासी नेताओं की बयानबाजी से राजनीतिक माहौल भी गर्मा गया है।