कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस बार लोकसभा चुनाव में वायनाड से लड़ सकते हैं। कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी ने उनके नाम का प्रस्ताव रख दिया है। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान तो राहुल गांधी ने अमेठी और वायनाड दोनों ही सीटों से चुनाव लड़ा था, लेकिन तब स्मृति ईरानी ने सबसे बड़ा खेल करते हुए कांग्रेस की परंपरागत सीट पर राहुल को हरा दिया था।

इस बार पहले से चर्चा थी कि राहुल गांधी शायद अमेठी से चुनाव ना लड़े। अब उसी कड़ी में कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने भी इसी दिशा में प्रस्ताव रख दिया है, तर्क दिया गया है कि राहुल गांधी को वायनाड से ही चुनाव लड़ना चाहिए। पिछली बार भी वायनाड की जनता ने कांग्रेस नेता को काफी वोट दिया था, उन्हें एक बड़ी जीत दिलवाई गई थी। ऐसे में राहुल के लिए इसे एक सुरक्षित सीट के तौर पर देखा जा रहा है।

अब बीजेपी जरूर इसे मुद्दा बनाने की कोशिश करेगी, नेरेटिव सेट किया जाएगा कि डरकर अमेठी से भागा गया है। स्मृति ईरानी ने तो कुछ दिन पहले ही राहुल को ओपन चैलेंज दिया था, उनकी तरफ से कहा गया था कि सिर्फ अमेठी से चुनाव लड़कर दिखा दिया जाए। लेकिन अब ये तय माना जा रहा है कि दक्षिण भारत के ही वायनाड से राहुल फिर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। वैसे खबर तो ऐसी भी चल रही है कि प्रियंका गांधी को भी दक्षिण भारत की ही किसी सीट से चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है।

वायनाड सीट की बात करें तो यहां पर 50 फीसदी के करीब हिंदू आबादी है और 28.65 फीसदी मुस्लिम आबादी है। केरल में निर्णायक वोट माने जाने वाले ईसाई भी वायनाड में 21 प्रतिशत के करीब बैठते हैं। यहां का जातीय समीकरण भी अभी के लिए राहुल की राजनीति के मुफीद बैठता है और कांग्रेस इसे सुरक्षित सीट मानती है।