कोरोना का कहर फिर से एक बार कहर बरपाने लगा है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भी इसने अपनी चपेट में ले लिया है। उन्हें 19 मार्च को दिल्ली के AIIMS में दाखिल कराया गया था। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि कोविड केंद्र में उनका इलाज चल रहा है। उन्हें लगातार निगरानी में रखा जा रहा है। उनकी हालत फिलहाल ठीक है। बिरला राजस्थान से लोकसभा सांसद हैं।
ANI के मुताबिक, भारत में पिछले चौबीस घंटे में कोरोना संक्रमण के 43,846 नए मामले सामने आए। यह इस साल एक दिन में सामने आने वाले मामलों की सबसे ज्यादा संख्या है। रविवार को अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, नए मरीजों के साथ ही देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,15,99,130 हो गए।
कोरोना का इलाज करा रहे मरीजों की तादाद में लगातार 11वें दिन वृद्धि दर्ज किए जाने के बाद अब यह संख्या 3,09,087 हो गई है। यह संक्रमण के कुल मामलों का 2.66% है। मरीजों के ठीक होने की दर गिरकर 95.96% रह गई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 115 दिन में प्रतिदिन सामने आने वाले मामलों में यह सर्वाधिक वृद्धि दर्ज की गई।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला 19 मार्च को कोरोना से संक्रमित पाए गए। उन्हें निगरानी में रखने के लिए 20 मार्च को AIIMS कोविड केंद्र में भर्ती कराया गया। अब वे बेहतर हैं: AIIMS, दिल्ली pic.twitter.com/MgIM84Nt5a
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 21, 2021
India reports 43,846 new COVID19 cases, 22,956 recoveries and 197 deaths in the last 24 hours, as per the Union Health Ministry
Total cases: 1,15,99,130
Total recoveries: 1,11,30,288
Active cases: 3,09,087
Death toll: 1,59,755Total vaccination: 4,46,03,841 pic.twitter.com/wchJknzDcJ
— ANI (@ANI) March 21, 2021
सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों के दौरान महामारी से 197 मरीजों की मौत हो गई। मृतकों की संख्या 1,59,755 पर पहुंच गई है। अब तक 1,11,30,288 मरीज ठीक हो चुके हैं। कोरोना से होने वाली मृत्यु दर 1.38% है। सरकार का कहना है कि शनिवार को 11,33,602 नमूनों की जांच की गई। 20 मार्च तक 23,35,65,119 नमूनों की जांच की जा चुकी है।
ANI के मुताबिक, देश में अब तक 4,46,03,841 लोगों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी हैं, जिनमें स्वास्थ्य कर्मी (एचसीडब्ल्यू) और फ्रंटलाइन वर्कर्स भी (एफएलडब्ल्यू) शामिल हैं। लोगों को टीके की दूसरी खुराक भी लगातार दी जा रही है। उधर, स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर से लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। लोगों को इससे बचने के लिए एहतियात बरतने की जरूरत है।
गौरतलब है कि कोरोना का कहर 2021 में पहले की अपेक्षा कुछ कम होने लगा था। लेकिन अचानक संक्रमण के मामलों ने तेजी पकड़ ली है। हालांकि, स्वदेशी वैक्सीन के आने से सरकार को कुछ राहत है। फिलहाल लोगों को टीका लगाने का काम तेजी से किया जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन भी मानता है कि कोरोना से बचाव का बेहतर रास्ता ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाना ही है।