देश के विभिन्न हिस्सों में पीने के पानी की कमी के विषय पर लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कई सदस्यों के एक साथ बोलने से लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन खफा हो गई। उन्होंने सांसदों को चुप करते हुए कहा कि क्या चिल्लाने से पानी मिल जाएगा।
प्रश्नकाल में देश के विभिन्न हिस्सों में खासतौर पर सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल की गंभीर कमी के मुद्दे पर पूछे गए एक प्रश्न पर मंत्री के जवाब के बाद अनेक सदस्य पानी की कमी के संबंध में अपनी बात रख रहे थे। स्पीकर ने कहा कि देश में सूखे की स्थिति पर सदन में नियम 193 के तहत विस्तृत चर्चा होने वाली है। उस समय प्रयास किया जाएगा कि सभी सदस्य अपनी बात रख सकें।
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लेकिन कुछ सदस्य अपने स्थान पर खड़े होकर बोलते रहे। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘क्या मेरे ऊपर चिल्लाने से आपको पानी मिल जाएगा। अगर मुझ पर चिल्लाने से पानी मिलता है तो चिल्लाते रहें।’ इससे पहले ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल द्वारा एक सवाल का लंबा जवाब दिए जाने पर स्पीकर ने कहा कि मंत्री संक्षिप्त जवाब दें। स्पीकर ने पीयूष गोयल से कहा कि आप युवा हैं और ऊर्जावान हैं। आप अच्छा काम कर रहे हैं। लेकिन आपको संक्षिप्त जवाब देने चाहिए।
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह ने भी कहा कि मंत्रियों को हां-ना या फिर छोटे जवाब देने चाहिए। पहले प्रश्नकाल में 15-16 सवाल पूछे जाते थे लेकिन अभी लंबे जवाबों की वजह से कुछ ही सवाल हो पाते हैं।
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