लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ही महाराष्ट्र में दो क्षेत्रीय पार्टियों शिवसेना और एनसीपी में बिखराव हो गया। शरद पवार की एनसीपी अजित पवार के पास चली गई है और उद्धव ठाकरे की शिवसेना भी एकनाथ शिंदे के पास चली गई है। ऐसे में भले ही उद्धव ठाकरे इंडिया गठबंधन में शामिल हों लेकिन उनका कुनबा लगातार छोटा होता जा रहा है और अब उनके ही करीबी नेता रवींद्र वायकर ने उन्हें झटका दे दिया है। उन्होंने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ एकनाथ शिंदे का हाथ थाम लिया है।

ठाकरे की शिवसेना के विधायक रवींद्र वायकर अब आधिकारिक तौर पर एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की शिवसेना में शामिल हो गए हैं। उन्होंने सीएम शिंदे की मौजूदगी में रवींद्र वायकर शिवसेना (Shivsena) में शामिल हुए हैं। पिछले कई दिनों से यह चर्चाएं थीं कि वे शिंदे गुट में जाएंगे और अब कयास सही साबित हुए हैं।

9 मार्च को वायकस ने पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे और रवींद्र वायकर की मुलाकात की थी, उस वक्त वायकर से शिंदे ग्रुप में शामिल होने के बारे में पूछा गया था तो उनका कहना था कि उन्होंने इस मुद्दे पर कोई फैसला नहीं किया है। खास बात यह है कि वायकर एक दिन बाद ही शिंदे सेना के गुट में शामिल हो गए हैं।

एकनाथ शिंदे ने उद्धव पर बोला हमला

उद्धव के शिवसेना में शामिल होने के बाद सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि रवींद्र वायकर उस शिवसेना में शामिल हो गए हैं जो बालासाहेब के सच्चे विचारों का पोषण करती है। मेरी ओर से उन्हें शुभकामनाएं। उन्होंने पिछले 40 से 50 वर्षों तक बालासाहेब के साथ शिवसेना के लिए काम किया है। हम सभी कई वर्षों से शिवसेना के लिए काम कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि पिछले डेढ़ साल में हमने महागठबंधन के माध्यम से जो फैसले लिए हैं, उनका प्रभाव वायकर पर पड़ा है। वह सकारात्मक सोच के साथ शिवसेना में आये हैं। वायकर केवल निर्वाचन क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है। वह चार बार विधायक रहे, मंत्री थे, पार्षद थे।

शिंदे ने वायकर को लेकर कहा कि वह मुंबई नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष रहे हैं। मैं वायकर को भी शुभकामनाएं देता हूं।