लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में एक के बाद इस्तीफे हो रहे हैं। महाराष्ट्र के प्रदेशाध्यक्ष अशोक चव्हाण, राज बब्बर और कमलनाथ के बाद दो लोगों ने अपने इस्तीफा देने की पेशकश की है। इस्तीफा देने वालों में नया नाम असम के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा और झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार है।
इन दोनों लोगों ने अपने-अपने प्रदेश में पार्टी के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला लिया है। दोनों नेताओं ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज दिया है। इससे पहले लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार का विश्लेषण करने के लिए आयोजित कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी ने भी अपने इस्तीफे की पेशकश की थी।
हालांकि, वर्किंग समिति ने एक सुर में राहुल के इस्तीफे की पेशकश को खारिज कर दिया था। लोकसभा चुनाव में पार्टी के शर्मनाक प्रदर्शन के बार उथल-पुथल मची हुई है। पंजाब में पार्टी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश कर चुके हैं। सुनील जाखड़ ने राज्य के गुरुदास पुर संसदीय क्षेत्र से सन्नी देओल के खिलाफ चुनाव लड़ा था।
पार्टी ने राज्य की 13 में 8 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, पहली बार चुनाव मैदान में उतरे सन्नी देओल ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को हराकर संसद पहुंचने में कामयाब हो गए। इससे पहले झारखंड में भी पार्टी का प्रदर्शन काफी खराब रहा था। राज्य की 14 सीटों में कांग्रेस महज 1 सीट जीतने में ही कामयाब हो पाई थी।
प्रदेश की सिंहभूम सिंह से कांग्रेस प्रत्याशी गीता कोड़ा ने जीत हासिल की। अन्य छह सीटों पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। झारखंड में एनडीए के खिलाफ कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, झारखंड विकास मोर्चा और राजद ने मिलकर चुनाव लड़ा था। महागठबंधन को 14 में 2 सीटों पर ही जीत मिली। झारखंड मुक्ति मोर्चा को भी महज 1 सीट से ही संतोष करना पड़ा। पार्टी के लिए विजय हांसदा ने राजमहल सीट जीती।
असम में खराब प्रदर्शन के बाद प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा ने अपना इस्तीफा दे दिया। प्रदेश में कांग्रेस 14 में 3 सीट जीतने में ही सफल रही। यहां भाजपा को सबसे अधिक फायदा हुआ। भाजपा ने यहा 9 सीट जीतकर अपने पिछले प्रदर्शन में सुधार किया।