Lok Sabha Elections: भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए जिस दिन 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की, ठीक उसी दिन पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का कुनबा और बढ़ गया। जिसमें जयंत चौधरी का राष्ट्रीय लोकदल (RLD) शामिल हो गया। पार्टी नेता जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
बता दें, इससे पहले जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल इंडिया गठबंधन का हिस्सा थी, लेकिन पिछले कुछ वक्त से इसके एनडीए में शामिल होने के संकेत मिल रहे थे।
जयंत चौधरी से मुलाकात के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा, ‘राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी जी का एनडीए परिवार में स्वागत करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की नीतियों में विश्वास प्रकट करते हुए उनके एनडीए में आने से किसान, गरीब और वंचित वर्ग के उत्थान के हमारे संकल्प को और बल मिलेगा। आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए 400 पार कर अमृत काल में विकसित भारत के निर्माण के लिए कटिबद्ध है।’
आरएलडी चीफ के साथ मुलाकात के बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक्स पर लिखा, ‘आज माननीय गृहमंत्री अमित शाह जी की उपस्थिति में के अध्यक्ष जयंत चौधरी जी से मुलाकात हुई। मैं उनके एनडीए परिवार में शामिल होने के निर्णय का हृदय से स्वागत करता हूं। आदरणीय नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में विकसित भारत की यात्रा और उत्तर प्रदेश के विकास में आप महत्वपूर्ण योगदान करेंगे।’
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के एक्स पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए जयंत चौधरी ने लिखा, ‘नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत विकास और गरीब कल्याण का समांतर साक्षी बन रहा है! अमित शाह और नरेंद्र मोदी जी से भेंट कर NDA में शामिल होने का निर्णय लिया गया है। विकसित भारत के संकल्प और अबकी बार 400 पार के नारे को पूरा करने के लिए NDA तैयार है!’
इससे पहले रालोद प्रमुख ने सोमवार को कहा था कि उनके दादा चौधरी चरण सिंह को ‘भारत रत्न’ देने की घोषणा के बाद उनकी पार्टी के विधायकों और कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श के बाद एनडीए के साथ जाने का फैसला किया गया। ये पूछे जाने पर कि क्या पार्टी के विधायक रालोद के राजग में शामिल होने से नाराज हैं, उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई ये खबर दे रहा रहा है, तो मुझे नहीं लगता कि उन्होंने विधायकों से बात की है। मैंने विधायकों और कार्यकर्ताओं से बात की और उसके बाद कोई निर्णय लिया।”
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आरएलडी की जाटों और किसानों के बीच अच्छी पैठ है। चर्चा है कि बीजेपी के साथ गठबंधन में उसे बागपत और बिजनौर दो लोकसभा सीट और एक राज्यसभा सीट दी जाएगी। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल और केंद्र में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सीटों की भी चर्चा हुई, लेकिन इन मांगों की स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं है।
राज्य की 80 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने 2019 में 62 सीटें जीती थीं, जो कि 2014 में मिली सीटों से नौ कम थी, लेकिन फिर भी राष्ट्रीय स्तर पर 303 सीटों तक पहुंचने में कामयाब रही। इस बार बीजेपी अपने दम पर 370 और एनडीए के लिए 400 का आंकड़ा पार करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। आरएलडी, जिसे जाटों के बीच समर्थन प्राप्त है, उसे उस आंकड़े के करीब लाने में भूमिका निभा सकती है।
