संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने के बाद लोकसभा का आज लगातार तीसरा कामकाजी दिन भी ललित मोदी प्रकरण, व्यापमं घोटाला मामले एवं अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस एवं कुछ अन्य दलों के सदस्यों के भारी हंगामे की भेंट चढ़ गया और सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद उसे सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

काली पट्टी बांध कर सदन में नहीं आने की लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की की चेतावनी के बावजूद कांग्रेस सदस्य आज भी सदन में अपनी बांह पर काली पट्टी लगाकर आए थे। उधर भाजपा नीत राजग सदस्य सदन की कार्यवाही चलने देने की मांग कर रहे थे।

सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें आईपीएल पर एन के प्रेमचंद्रन, मल्लिकार्जुन खडगे, वीरप्पा मोइली, पी करुणाकरण आदि के नोटिस प्राप्त हुए हैं। व्यापमं मामले पर मोहम्मद सलीम, एम बी राजेश एवं अन्य के नोटिस मिले हैं। इसके अलावा साम्प्रदायिक हिंसा पर अधीर रंजन चौधरी तथा राष्ट्रीय न्यायिक आयोग पर ए संपत के नोटिस मिले हैं।

उन्होंने कहा कि ये मामले महत्वपूर्ण हैं लेकिन इन्हें अन्य अवसरों पर उठाया जा सकता है। उन्होंने इन नोटिसों को अस्वीकार कर दिया।

इस पर कांग्रेस सदस्य तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए। कांग्रेस सदस्यों की तख्तियों पर लिखा था, ‘‘भ्रष्टाचार पर लंबे चौड़े भाषण, ललित मोदी पर क्यों मौनासान’’, ‘‘जब बड़े मोदी मेहरबान, तो छोटे मोदी पहलवान’’, ‘‘मोदीजी 56 इंच दिखाओ, सुषमा, वसुंधरा को हटाओ।’’

इस दौरान टीआएस सदस्य भी तख्तियां लेकर तेलंगाना में पृथक उच्च न्यायालय स्थापित करने की मांग करते हुए आसन के समीप आकर नारे लगाने लगे। सदन में व्यवस्था नहीं बनते देख अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।