प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अचानक से अफगानिस्‍तान से पाकिस्‍तान पहुंच गए। यहां उन्‍होंने पाक पीएम नवाज शरीफ से मुलाकात की। मुलाकात के बाद वे देर शाम दिल्‍ली लौट आए। यहां विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने उन्‍हें रिसीव किया। इससे पहले,  नवाज शरीफ खुद मोदी को छोड़ने के लिए एयरपोर्ट आए। मोदी पाक पीएम नवाज शरीफ के लाहौर के जट्टी उमरा स्थित घर गए। यहां दोनों के बीच कुछ देर के लिए मीटिंग हुई। 

मोदी के लाहौर पहुंचने के बाद उनका हवाई अड्डे पर भव्‍य स्‍वागत हुआ। पाक के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने गले मिलकर उनका वेलकम किया। एअरपोर्ट पर ही मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

  PM Narendra Modi received by PM Nawaz Sharif at Lahore airport: PTV pic.twitter.com/spoPEDLpwp — ANI (@ANI_news) December 25, 2015

पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जन्‍मदिन की बधाई देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को लाहौर के अलामा इकबाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे। प्रधानमंत्री बनने के बाद उनकी यह पहली पाकिस्‍तान यात्रा है, जबकि कोई भारतीय प्रधानमंत्री 11 साल बाद पाकिस्‍तान पहुंचा है। पीएम मोदी शुक्रवार को काबुल में थे, जहां उन्‍होंने अफगानिस्‍तान की नई संसद की इमारत का उद्घाटन किया। इसी दौरान उन्‍होंने ट्वीट कर जानकारी दी कि वह नवाज शरीफ को बर्थ-डे विश करने लाहौर जा रहे हैं। उन्‍हें रिसीव करने के लिए नवाज शरीफ पहले ही एयरपोर्ट पर पहुंच गए हैं। पीएम मोदी का स्‍वागत करने के लिए पाकिस्‍तान में भारत के उच्‍चायुक्‍त टीएस राघवन भी लाहौर एयरपोर्ट पर मौजूद हैं। खबर है कि पीएम मोदी और नवाज शरीफ के बीच लाहौर एयरपोर्ट पर ही मुलाकात होगी। दोनों नेताओं के बीच करीब 2 घंटे बातचीत होने की संभावना होगी।

पीएम मोदी का यह दौरा 11 साल बाद भारत के किसी पीएम का पाकिस्‍तान दौरा होगा। पिछली बार अटल बिहारी वाजपेयी जनवरी 2004 में पाकिस्तान गए थे। उससे पहले 1999 में वाजपेयी ने लाहौर बस यात्रा की थी। वाजपेयी के बाद मनमोहन सिंह भारत के पीएम बने थे, लेकिन वह पाकिस्तान नहीं गए थे। आपको बता दें कि 25 दिसंबर को सिर्फ नवाज शरीफ ही नहीं बल्कि पाकिस्‍तान के संस्‍थापक मोहम्मद अली जिन्ना का भी जन्मदिन है। दूसरी ओर कांग्रेस ने पीएम मोदी के इस कदम की कड़ी आलोचना की है। कांग्रेस के प्रवक्‍ता मनीष तिवारी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पीएम की यह पाकिस्‍तान यात्रा हेडलाइन बनाने के लिए है। इससे कोई लाभ होने वाला नहीं है। उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान के साथ बैंकॉक में हुई एनएसए स्‍तर की वार्ता से कुछ हासिल नहीं हुआ, इसलिए इस मुलाकात का कोई मतलब नहीं है। उन्‍होंने कहा कि इससे अफगानिस्‍तान को भी गलत संदेश जाएगा, क्‍योंकि वह काबुल दौरे के बीच से लाहौर जा रहे हैं। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले पेरिस में जलवायु परिवर्तन सम्‍मेलन के दौरान नवाज शरीफ और पीएम मोदी की छोटी सी मुलाकात हुई थी। उस वक्‍त भी कार्यक्रम तय नहीं था और दोनों नेत अचानक मिले थे। इसके बाद ‘अचानक’ ही भारत और पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बैंकॉक मिले और अब तीसरी बार ‘अचानक’ पीएम मोदी और शरीफ की मुलाकात हो रही है।

Read Also:

पेरिस में नवाज-मोदी के बाद अब बैंकॉक में ‘अचानक’ मिले भारत-पाकिस्‍तान के NSA

मोदी ने किया था शरीफ को एप्रोच? जानिए पेरिस मुलाकात पर क्‍या कह रहे हैं पाकिस्‍तान के अफसर-विशेषज्ञ 

नेपाल में मोदी-नवाज की सीक्रेट मीटिंग कराने वाले जिंदल लाहौर में, क्‍या इन्‍होंने ही कराई PM की सरप्राइज पाक विजिट?