अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद से ही विपक्ष लगातार सरकार से सवाल कर रहा है कि अब तक इस मामले में स्पष्ट रुख क्यों नहीं रखा गया है। वहीं यूएनएससी की बैठक में भारत की अध्यक्षता में तालिबान पर प्रस्ताव लाने जाने के बाद विपक्ष यह भी कह रहा है कि तालिबान पर से अब आतंकी का टैग हटा लिया गया है। इसी मामले में आजतक पर बहस के दौरान भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा और शिवसेना से राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी भिड़ गए।

संबित पात्रा ने कहा कि पहले हर दूसरे दिन बम फट रहा था, अब मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद तो कहीं नहीं फट रहा है। उन्होंने राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ये सबकुछ प्रेडिक्ट कर देते हैं तो इन्हें ज्योतिषि वाले स्लॉट में बैठा दीजिए। संबित ने कहा कि जब कंधार में विमान को हाइजैक करके ले जाया गया था तो आतंकियों से बात करनी पड़ी लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि उनपर से आतंकी होने का टैग हट गया।

इसके बाद प्रियंका चतुर्वेदी कहने लगीं की भाजपा प्रवक्ता ने संजय राउत की बेज्जती की है औऱ इन्हें माफी मांगनी चाहिए। बीच में संबित पात्रा बोले तो प्रियंका चतुर्वेदी नाराज हो गईं। संबित कहने लगे कि अगर मेंबर ऑफ पार्ल्यामेंट किसी को हरामखोर बोल दें तो यह क्या गरिमा है। इसकी हेकड़ी मत दिखाइए।

प्रियंका ने इसके बाद कंधार का मुद्दा उठाया कि उस वक्त आप आतंकियों से बात करने लगे। आपने चार कुख्यात आतंकियों को रिहा किया था। इसीलिए मुझे डर लग रहा है। पता नहीं आप तालिबान के साथ क्या डील करेंगे? इसपर संबित पात्रा ने कहा कि उस वक्त आपकी शिवसेना सरकार के साथ थी। वह सरकार में थी। इसपर प्रियंका चतुर्वेदी कहने लगीं कि आप बाला साहेब का नाम लेकर झूठ बोलते हैं।

बता दें कि प्रियंका चतुर्वेदी पहले कांग्रेस में थीं लेकिन बाद में वह शिवसेना में शामिल हो गईं। शिवसेना ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया। चतुर्वेदी ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस नेताओं ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया है।