Life Insurance Corporation (LIC) of India के प्रस्तावित आंशिक विनिवेश के खिलाफ LIC Unions लामबंद हो गए हैं। ये कर्मचारी मंगलवार (4 फरवरी, 2020) को राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर रहेंगे। और, वे इस दौरान देश के सबसे बड़ी बीमा कंपनी के एक हिस्से को बेचने के मोदी सरकार के प्रस्तावित फैसले का कड़ाई से विरोध करेंगे।
Life Insurance Employees Association के कोलकाता डिविजन के उपाध्यक्ष प्रदीप मुखर्जी ने समाचार एजेंसी IANS को बताया, “हम मंगलवार को एक घंटा हड़ताल पर रहेंगे। और यह हड़ताल दोपहर 12.15 मिनट से 1 बजकर 15 मिनट तक चलेगी। हम सभी पहले दफ्तरों में प्रदर्शन करेंगे, उसके बाद सड़कों पर जाकर विरोध जताएंगे। हम इसके अलावा सांसदों के पास भी जाएंगे।”
मुखर्जी ने LIC के प्रस्तावित आंशिक विनिवेश को लेकर कहा कि यह फैसला देश हित में नहीं होगा। उनके मुताबिक, “संपत्तियों के मामले में यह कंपनी (एलआईसी) देश की सबसे बड़ी वित्तीय संस्था है। और, वह इस मामले में सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक State Bank of India को भी पीछे छोड़ चुकी है।”
इसी बीच, तमिलनाडु के चेन्नई में मंगलवार को All India Insurance Employees Association के सदस्यों ने सरकार के इस बाबत प्रस्तावित फैसले को लेकर LIC के दक्षिणी क्षेत्रीय मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। (फोटोः पीटीआई)
उधर, सरकार के इस ऐलान को लेकर All-India Life Insurance Employees Federation के महासचिव राजेश निंबल्कर ने समाचार एजेंसी PTI को बताया, “हम मोदी सरकार द्वारा एलआईसी के एक हिस्से को बेचने से जुड़े इस प्रस्ताव की कड़ी निंदा और विरोध करते हैं। अगर सरकार ऐसा करती है तो इससे पॉलिसीधारकों में बने संस्थान/कंपनी के प्रति विश्वास पर बड़े स्तर पर असर पड़ेगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने यह भी खुलासा नहीं किया है कि कौन सी होल्डिंग्स बेचने पर उसने विचार किया है। वहीं, All India Insurance Employees’ Association (AIIEA) के महासचिव श्रीकांत मिश्रा ने पत्रकारों को बताया था- हम इस फैसले के सरासर खिलाफ हैं। हम तीन और चार फरवरी को पहले एक घंटे के लिए सड़क पर निकलकर हड़ताल करेंगे। फिर हम आगे की योजना तय करेंगे कि हमें क्या करना है।