लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे अगले थल सेना प्रमुख होंगे। वे इस पद पर पहुंचने वाले पहले इंजीनियर अधिकारी हैं। वह आर्मी प्रमुख एमएम नरवणे का स्थान लेंगे। एमएम नरवणे के बाद मनोज लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ही थल सेना में सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं। मौजूदा वक्त में लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे उप सेना प्रमुख हैं।

लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे 1 मई को 29वें सेना प्रमुख के तौर पर पदभार ग्रहण करेंगे। आर्मी प्रमुख एमएम नरवणे 30 अप्रैल को अपना 28 महीने का कार्यकाल पूरा करने वाले हैं। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से स्नातक मनोज पांडे को 1982 में कोर ऑफ इंजीनियर्स में कमीशन किया गया था। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में एलओसी के साथ पल्लनवाला सेक्टर में ऑपरेशन पराक्रम के दौरान एक इंजीनियर रेजिमेंट की कमान संभाली थी। अपने करियर में वे कई अहम पदों पर रहे हैं और आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन में शामिल रहे हैं।

एक फरवरी को थल सेना का उप-प्रमुख बनने से पहले वह थल सेना की पूर्वी कमान का नेतृत्व कर रहे थे। इस कमान पर सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा की रक्षा की जिम्मेदारी है। लेफ्टिनेंट जनरल पांडे अंडमान निकोबार कमान के प्रमुख के तौर पर भी काम कर चुके हैं। वह जून 2020 से मई 2021 तक अंडमान निकोबार कमांड के कमांडर-इन-चीफ थे।

इसके अलावा जनरल मनोज पांडे ने पश्चिमी लद्दाख के ऊंचाई वाले इलाकों में एक पर्वतीय डिवीजन और पूर्वोत्तर में एक कोर की भी कमान संभाली। आर्मी ने ट्वीट कर बताया, “थल सेना के प्रमुख जनरल एमएम नरवणे और सभी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे को भारतीय थल सेना का 29वां प्रमुख नियुक्त किए जाने पर बधाई देते हैं। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे एक मई 2022 को थल सेना के प्रमुख का कार्यभार ग्रहण करेंगे।”

जनरल मनोज पांडे ने इथोपिया और इरिट्रिया में संयुक्त राष्ट्र मिशन में मुख्य इंजीनियर के रूप में भी कार्य किया है। उनकी सर्विस के लिए उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक, विशिष्ट सेवा पदक, थल सेना प्रमुख से प्रशस्ति पत्र आदि से सम्मानित किया जा चुका है।