रविवार शाम बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और सभी महासचिवों के के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बैठक की। यह बैठक लगभग 5 घंटे तक चलती रही। बंगाल विधानसभा चुनाव में हार के बाद पीएम मोदी की पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों के साथ यह पहली बैठक थी। बैठक में नरेंद्र मोदी ने कहा कि पार्टी को हार से भी सीख लेने की जरूरत है।

नरेंद्र मोदी ने पार्टी नेताओं से कहा कि जीत हो या हार, भाजपा को अपने प्रदर्शन का विस्तार से आकलन करना चाहिए ताकि वह भविष्य के चुनावों की तैयारी कर सके। साथ ही उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में, पार्टी को यह देखना चाहिए कि 2019 के लोकसभा चुनावों में जब बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया था उसके बाद टीएमसी ने कैसे वापसी की है। उन्होंने सोशल मीडिया का अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग करने की सलाह भी पार्टी नेताओं को दी और क्षेत्रीय भाषाओं में इसके विस्तार करने की बात कही।

सभी राष्ट्रीय महासचिवों के साथ हुई बैठक को लेकर बताया जा रहा है कि ये बैठक दो वजहों से हुई है। पहला ये कि बीजेपी ने कोरोना काल के दौरान ‘सेवा ही संगठन’ कार्यक्रम चलाया है, जिसकी समीक्षा पार्टी की तरफ से की जा रही है। इसके अलावा अगले साल 6 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिनमें सबसे महत्वपूर्ण राज्यों में से एक उत्तर प्रदेश भी शामिल है। बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के अलावा गुजरात, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड , पंजाब और गोवा में चुनाव होने वाले हैं।

केरल के मुद्दे पर बोलते हुए, मोदी ने पार्टी नेताओं को गठबंधन बनाने और गैर-हिंदू समुदायों को भाजपा के समर्थन आधार पर लाने में अक्खड़ता छोड़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि भाजपा को राज्य में ईसाई समुदाय के विश्वास को जीतने की कोशिश करनी चाहिए, उन्हें भाजपा के साथ हाथ मिलाने में कोई समस्या नहीं होगी।

बताते चलें कि प्रधानमंत्री से मुलाकात से पहले पार्टी के महासचिवों के साथ पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी एक बैठक की थी। इस बैठक में कोरोना के तीसरे लहर के लिए तैयार रहने की बात की गयी। इस बैठक में नड्डा के आवास पर हुई बैठक में भाजपा के सभी आठ महासचिव।और युवा, महिला, किसान, ओबीसी, एससी, एसटी और अल्पसंख्यक विंग के अध्यक्ष शामिल हुए।

गौरतलब है कि भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को नेताओं को पश्चिम बंगाल में पार्टी के प्रदर्शन के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी, वहीं रविवार को यह आकलन किया गया कि अप्रैल-मई में विधानसभा चुनावों के बाद भाजपा ने राज्य में अपनी स्थिति मजबूत की है। पार्टी को इस चुनाव में 77  सीटों पर सफलता मिली है। बंगाल में चुनाव के बाद हुए हिंसा को लेकर भी बीजेपी की बैठकों में चर्चा की खबर है।