बिहार विधानसभा चुनाव से पहले के सर्वेक्षणों को खारिज करते हुए केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रामशंकर कठेरिया ने आज दावा किया कि टिकट बांटने की प्रक्रिया आरंभ होने के बाद ये दोनों नेता अलग हो जाएंगे और फिर यही सर्वेक्षण भाजपा के लिए बहुमत देते नजर आएंगे।
कठेरिया ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘फिलहाल बिहार चुनाव पर किसी सर्वेक्षण को ज्यादा महत्व देने की जरूरत नहीं है। वे नीतीश-लालू को साथ रखकर अनुमान लगाए जा रहे हैं। उनका गठबंधन आखिर तक नहीं रहने वाला है। दोनों एक दूसरे के पुराने विरोधी हैं वे अस्वाभाविक गठबंधन में साथ आए हैं क्योंकि दोनों राज्य में भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता से डरे हुए हैं। दोनों जल्द ही अलग हो जाएंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बिहार के लोग इस गठबंधन को लेकर पहले ही सतर्क हो चुके हैं जिसने 1990 के दशक में जंगलराज का पर्यायवाची रहे लालू को प्रासंगिकता में ला दिया है।’’
मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री कठेरिया ने कहा, ‘‘हमें कुछ महीनों का इंतजार करना चाहिए और कुछ एजेंसियां जो अलग रुझान दिखा रही हैं वही हमारी पार्टी की बड़ी जीत का अनुमान व्यक्त करेंगी।’’