‘जंगलराज’ के खतरे के प्रति फिर से आगाह करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि यदि बिहार में महागठबंधन सत्ता में आया तो लालू ‘रिमोट कंट्रोल’ से राज्य को चलाएंगे और राज्य में एकमात्र ‘अपहरण’ का उद्योग ही फले-फूलेगा।

12 अक्तूबर से शुरू हो रहे बिहार विधानसभा चुनाव से पूर्व सासाराम और औरंगाबाद में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए मोदी ने पिछले 60 साल में राज्य में अपने शासन का लेखाजोखा नहीं देने के लिए नीतीश कुमार, लालू प्रसाद और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर भी निशाना साधा और कहा कि प्रचार अभियान में उनके पास बोलने के लिए कुछ नहीं है, सिवा उन्हें गाली देने के।

प्रधानमंत्री ने लोगों को चारा घोटाले में लालू की दोषसिद्धि की याद दिलाते हुए कहा, ‘अब वह रिमोट कंट्रोल से बिहार को चलाना चाहते हैं। वे कहते हैं कि वे ‘बिग बॉस’ हैं और हर किसी को अपने इशारों पर नचा सकते हैं’। इस मुद्दे पर औरंगाबाद में एक अन्य चुनावी रैली में महागठबंधन पर धारदार हमले करते हुए प्रधानमंत्री ने उनकी ‘जंगलराज’ संबंधी टिप्पणी का लालू के बजाए नीतीश कुमार के विरोध किए जाने का उपहास उड़ाया।

उन्होंने कहा, ‘जब हम जंगलराज की बात करते हैं, लालू नहीं नीतीश कुमार परेशान हो जाते हैं। इन्होंने ही लालू के राज को जंगलराज कहा था। अब वे ऐसा कहने पर आपत्ति करते हैं। क्या बिहार को फिर से जंगलराज की जरूरत है? जंगलराज के दौरान कौन सा उद्योग पनपा? यह केवल अपहरण का धंधा था जो फला-फूला’।

प्रधानमंत्री ने सवाल करते हुए कहा, ‘नई कारें लूट ली जाती थीं। गरीबों के घरों पर कब्जा कर लिया जाता था। क्या आप फिर से बिहार में ऐसे दिन चाहते हैं? क्या बिहार को उन दिनों में लौट जाना चाहिए’?

अच्छे शासन के नीतीश कुमार के वादे पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री ने जद (एकी)नेता के राजद से हाथ मिलाए जाने के बाद राज्य में अपराध के आंकड़े गिनाए, जो नई अराजक स्थिति में बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके साथ आने के बाद से ही इसका प्रभाव दिख रहा है और जनवरी से जुलाई के बीच अपहरण के चार हजार मामले दर्ज किए गए हैं।

उन्होंने गुरुवार रात पटना में एक पुलिस अधिकारी को गोली मारे जाने की घटना का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यदि एक पुलिस अधिकारी सुरक्षित नहीं है तो एक आम आदमी कैसे सुरक्षित हो सकता है। अभी वे केवल साथ आए हैं और इस तरह का जंगलराज पहले ही आ चुका है। यदि आपने उन्हें वोट देने की गलती की तो बिहार का भविष्य क्या होगा? मेहरबानी कर बिहार को बर्बाद होने से बचा लीजिए’।

भाजपा यह कहते हुए महागठबंधन को निशाना बना रही है कि लालू के इस गठबंधन का हिस्सा होने के कारण इसके सत्ता में आने पर बिहार में ‘जंगलराज 2 ’ लौट आएगा।

महागठबंधन के नेताओं को निशाने पर लेते हुए मोदी ने कहा, ‘क्या लालू, कुमार और सोनिया गांधी को अपने 60 साल के शासन का हिसाब किताब नहीं देना चाहिए? लेकिन चुनाव प्रचार में इन तीनों ने इस पर कुछ नहीं बोला’। मध्य बिहार के औरंगाबाद में मोदी ने एक रैली में कहा, ‘वे दिन-रात केवल मोदी को गालियां देते हैं( हर रोज सुबह वे शब्दकोश में मोदी के लिए नयी गालियां ढूंढते हैं । अब तो शब्दकोश भी कम पड़ गया है ।

इसलिए उन्होंने नई गालियां गढ़ने की फैक्टरी खोल ली है’।

दलित नेता दिवंगत जगजीवन राम का निर्वाचन क्षेत्र रहे सासाराम में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री पद से जीतन राम मांझी को हटाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी अपने हमले की बंदूक तानी और उन पर दलितों की ‘पीठ में छुरा घोंपने’ का आरोप लगाया।

हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के प्रमुख और राजग के सहयोगी मांझी भी उस समय मंच पर मौजूद थे जब मोदी दलितों के मुद्दों पर नीतीश पर निशाना साध रहे थे। मोदी ने कहा, ‘उनकी (नीतीश की) अकड़ उन्हें परास्त करेगी। उन्होंने एक दलित के बेटे की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है। उन्होंने निजी फायदे की खातिर उनकी पीठ में छुरा घोंपा’।

महागठबंधन को ‘अवसरवादियों’ की जमात करार देते हुए मोदी ने जनता से बिहार को बर्बाद करने वालों को सजा देने की बात कही। उन्होंने कहा, ‘चुनाव का यह मतलब नहीं है कि अगली सरकार कौन बनाता है या कौन सी पार्टी सत्ता में आती है। यह नई सरकार बनाने की बात नहीं है बल्कि बिहार को बर्बाद करने वाली पिछली सरकारें चलाने वालों को सजा देने की बात है। आप सुप्रीम कोर्ट हैं, आप बिहार के न्यायाधीश हैं। आपको बटन दबाकर 16 अक्तूबर को दोषियों को सजा देनी है’।

मोदी ने मतदाताआें से अपील की कि राज्य की और आम आदमी की तकदीर बदलने के लिए भाजपा नीत राजग सरकार को चुनें, क्योंकि केवल विकास से ही राज्य की प्रगति में मदद मिल सकती है।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘राज्य से कितने युवा पलायन कर गए। पिछले 60 सालों में कितनी फैक्टरियां बंद हो गर्इं? कितने अस्पतालों में आज भी डाक्टर नहीं हैं और कितने स्कूलों में आज भी अध्यापक नहीं हैं? इस जंगलराज से मुक्ति का एक ही मार्ग है और वह है विकास राज’।

मोदी ने नीतीश पर बिजली के वादे पर जनता को धोखा देने का भी आरोप लगाया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा था कि वे हर घर में बिजली देंगे और अगर ऐसा नहीं कर सके तो 2015 में वोट मांगने नहीं आएंगे। आपके साथ धोखा हुआ। क्या ऐसे लोगों पर भरोसा किया जा सकता है। अब बिहार ऐसी सरकारें नहीं सह सकता जो राज्य को बरबाद करने के लिए बनती हैं। मेरी आपसे अपील है कि ऐसी सरकार को सत्ता में नहीं आने दें’।

मोदी ने कहा कि देश में 18000 गांवों में बिजली नहीं हैं जिनमें से चार हजार गांव बिहार के हैं। भाजपा का कहना है कि केंद्र और बिहार दोनों जगह पर राजग की सरकार होने पर राज्य का विकास होगा। नीतीश के साथ अपने खटास वाले संबंधों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘अगर यहां ऐसी सरकार है जो मुझे यहां आने नहीं देती और हमें गाली देती रहती है। तो काम नहीं हो सकेगा’।

प्रतिद्वंद्वी गठबंधन के नेताओं पर ‘24 घंटे राजनीति’ में संलिप्त रहने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘इसलिए वे किसी के साथ कुछ अच्छा नहीं कर सकते और बिहार की मदद नहीं कर सकते’। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को आड़े हाथ लेते हुए मोदी ने कहा, ‘इस बार लालूजी चुनावी दौड़ में क्यों नहीं हैं। उन्होंने ऐसा क्या किया कि वह चुनाव लड़ने के योग्य नहीं रहे और क्यों उन्हें दौड़ से बाहर रखा गया। उन्होंने क्या अपराध किया था कि भारतीय न्यायिक व्यवस्था को उन्हें चुनावी दौड़ से बाहर करना पड़ा’।