Delhi Blast News: दिल्ली में लाल किले के पास I-20 कार में हुए धमाके में 9 लोगों की मौत हो गई है। 24 अन्य लोग घायल है। इसकी जांच में जांचकर्ताओं का ध्यान पुलवामा के रहने वाले शख्स पर गया है। उसने कुछ हफ्ते पहले 29 अक्टूबर को आई20 कार को खरीदा था। जांचकर्ताओं ने अभी तक उसकी पहचान सार्वजनिक नहीं की है। उसकी उम्र 34 साल है।

धमाके के कुछ घंटों के बाद पुलिस ने गुड़गांव के रहने वाले एक शख्स से पूछताछ की, जिसके नाम पर कार रजिस्टर्ड थी। बताया जा रहा है कि उस व्यक्ति ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने गाड़ी किसी और को बेच दी थी और फिर पुलिस ने आरटीओ के साथ मिलकर गाड़ी के मालिक का पता लगाना शुरू कर दिया।

जांचकर्ताओं ने कहा कि उनकी जांच से वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि कार एक से ज्यादा मालिक के पास जा चुकी थी और कश्मीर के पुलवामा के निवासी के पास पहुंच गई। इसके अलावा, शुरुआती जांच से पता चला है कि कार को लाल किले के पास तीन घंटे से ज्यादा समय तक पार्क किया गया था, उसके बाद उसे वहां से निकाल लिया गया।

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कश्मीरी गेट और सुनहरी मस्जिद के पास भी देखी गई थी कार

सीसीटीवी फुटेज में कथित तौर पर गाड़ी सोमवार दोपहर 3:19 बजे लाल किले से सटी एक पार्किंग में घुसती और शाम 6:48 बजे बाहर निकलती दिखाई दे रही है। एक सूत्र ने बताया, “सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि जब कार पार्किंग से निकली तो वहां भारी ट्रैफिक था।” सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि कार दरियागंज, लाल किला इलाके, कश्मीरी गेट और सुनहरी मस्जिद के पास भी देखी गई।

पार्किंग एरिया के सीसीटीवी फुटेज में कथित तौर पर ड्राइवर की सीट पर एक व्यक्ति को पार्किंग पर्ची लेते हुए दिखाया गया है। घटना के बाद, दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा ने कहा था कि कार में कई लोग सवार थे। इंडियन एक्सप्रेस को मिले सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति दिखाई दे रहा है, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि बाद में उसके साथ कोई और भी आया था या नहीं।

कार की गतिविधि का पता लगाने की कोशिश में जुटे अधिकारी

दिल्ली पुलिस ने बताया कि स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच और केंद्रीय जांच एजेंसी की कई टीमों को भी पार्किंग एरिया तक पहुंचने से पहले गाड़ी के रास्ते का पता लगाने का काम सौंपा गया है। एक अधिकारी ने कहा, “हम आस-पास की सड़कों और टोल बैरियरों के फुटेज का विश्लेषण कर रहे हैं ताकि कार की पूरी गतिविधि का पता लगाया जा सके।”