नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने संयुक्त रूप से लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद-कारगिल (Ladakh Autonomous Hill Development Council LAHDC-Kargil Polls) चुनावों में 21 सीटों पर जीत हासिल कर ली है, बीजेपी ने 2 सीटें जीतीं और आईएनडीपी ने 1 सीट जीती है। यह चुनाव कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 26 सीटों पर 4 अक्टूबर को हुए थे। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने रामबीरपोआ, पशकुम, चोस्कोर, चिकतन और ताइसुरु सीटों पर अपनी जीत दर्ज कर ली है। जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष ने जीत के लिए धन्यवाद देते हुए जीत के जश्न की तस्वीरों के साथ सभी का धन्यवाद दिया। कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि उनकी पार्टी ने 10 साल बाद इन चुनावों में शानदार जीत दर्ज की है।
कांग्रेस ने कहा- मोहब्बत जीत गई है
चुनाव के नतीजों पर कांग्रेस के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर लिखा गया,”लद्दाख-कारगिल हिल काउंसिल चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज की है। यह नफरत के खिलाफ मोहब्बत की जीत है। कांग्रेस पर लोगों के विश्वास की जीत है। मोहब्बत और विश्वास की जीत का सिलसिला जारी रहेगा। जुड़ेगा भारत, जीतेगा INDIA।”
क्या है जानकारी?
इस चुनाव में 77.61 प्रतिशत मतदान हुआ था जिसमें 95,388 पात्र मतदाताओं में से 74,026 ने अपने अधिकारों का प्रयोग किया था। नेशनल कांफ्रेस के फिरोज अहमद खान के नेतृत्व वाली पिछली परिषद ने 1 अक्टूबर को अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। नवनिर्वाचित परिषद सदस्य 11 अक्टूबर से पहले पद पर आसीन होंगे। नेशनल कांफ्रेस और कांग्रेस ने चुनाव से पहले गठबंधन बनाया था। दोनों दलों ने क्लियर कर दिया था कि गठबंधन उन क्षेत्रों तक ही सीमित है जहां उन्हें भाजपा से कड़ा मुकाबला मिलने वाला है।
भाजपा ने इस बार 17 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। आम आदमी पार्टी (आप) ने चार सीटों पर चुनाव लड़ा और 25 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में थे। चुनाव में जिले भर के 278 मतदान केंद्रों पर पहली बार परिषद चुनावों में उपयोग की जाने वाली इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की शुरूआत भी हुई।
क्यों अहम था यह चुनाव?
यह चुनाव 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद कारगिल में पहला प्रमुख चुनाव है। कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेस ने 26 सीटों में से ज़्यादातर पर जीत दर्ज कर बड़ा संदेश दिया है।
30 सदस्यीय एलएएचडीसी में चार सदस्यों को प्रशासन द्वारा नामित किया गया था जबकि 26 सीटों के लिए चुनाव 4 अक्टूबर को हुए थे। 25 सीटों के नतीजे घोषित होने के बाद एनसी को अब तक 12 सीटें मिलीं, कांग्रेस को 9 सीटें मिलीं, बीजेपी को 2 सीटें मिलीं और 2 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। नई परिषद 11 अक्टूबर से पहले गठित होगी।