रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को वरिष्ठ विपक्षी नेताओं शरद पवार और ए के एंटनी से मुलाकात की। पवार और एंटनी देश के रक्षा मंत्री रह चुके हैं। सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख पवार और वरिष्ठ कांग्रेस नेता एंटनी को अपने आवास पर बैठक के लिए बुलाया था। यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि 19 जुलाई से संसद का मानसून सत्र आरंभ हो रहा है।

खबरों के अनुसार इस बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी मौजूद थे। सरकार की तरफ से पूर्व रक्षा मंत्रियों को चीन के मुद्दे पर सरकार की तरफ से उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी गयी। बताते चलें कि भारत और चीन के बीच लंबे समय से विवाद की स्थिति बनी हुई है। पिछले साल पूर्वी लद्धाख में दोनों पक्षों के आमने-सामने आने के बाद यह तनाव काफी अधिक बढ़ गया था। कई दौर की वार्ता के बाद फरवरी में पैंगोंग झील से सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया पूरी हुई थी।

19 जुलाई से संसद का मानसून सत्र आरंभ होने से पहले इसे सरकार की तरफ से विपक्षी दलों को साधने के एक प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है। बताते चलें कि राज्यसभा में नवनियुक्त सदन के नेता पीयूष गोयल ने भी मानसून सत्र से पहले शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेता आनंद शर्मा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता शरद पवार सहित अन्य विपक्षी नेताओं से मुलाकात की।

त हो कि गोयल को पिछले दिनों राज्यसभा में सदन का नेता नियुक्त किया गया था। उन्होंने थावरचंद गहलोत का स्थान लिया। गहलोत को पिछले दिनों कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। मानसून सत्र की शुरुआत सोमवार को होगी और यह 13 अगस्त तक चलना निर्धारित है। इस सत्र में सरकार ने 17 नए विधेयक लाने की तैयारी की है।

इनमें तीन विधेयक ऐसे हैं जिन्हें सरकार अध्यादेश के स्थान पर लेकर आई है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद भी इस सत्र में जनसंख्या नियंत्रण और समान नागरिक संहिता पर गैर सरकारी विधेयक पेश करेंगे।