Kumar Vishwas- Mamata Benerjee, NRC, CAA: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कोलकाता में एक रैली के दौरान कहा कि अगर बीजेपी में हिम्मत है तो उसे नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी पर यूएन की निगरानी में जनमत संग्रह करवाना चाहिए। जिसको लेकर अब कवि कुमार विश्वास ने उनपर निशाना साधा है। कुमार ने ट्वीट कर सीएम ममता की जनमत संग्रह वाले बयान पर कहा कि देश के आंतरिक मतभेद में विदेशी पंच बुलाने की बात बेहद घटिया और खेदजनक है।
क्या बोले कुमार विश्वास: अपने ट्वीट में कवि कुमार ने लिखा, “भारत के आंतरिक मामले में यूएन? राजनैतिक विरोध-विद्वेष सब ठीक है दीदी, जमकर करिए, ज़ोरदार करिए,सब साथ आएंगे,पर देश के आंतरिक मतभेद में विदेशी पंच बुलाने की बात बेहद घटिया और खेदजनक यहीं लड़िए..जीतिए..क़ानून बनाइए…बदलिए। बाक़ी यूएन या किसी भी विदेशी पंच की ऐसी की तैसी।”
ममता बनर्जी का बयान: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी कोलकाता में कहा कि आजादी के 73 साल बाद अचानक हमें यह साबित करना होगा कि हम भारतीय नागरिक हैं। उस समय बीजेपी के सिर और पूंछ कहां थे जो अब बीजेपी देश को विभाजित कर रही है। अपने विरोध को न रोकें क्योंकि हम नागरिकता संशोधन अधिनियम लागू होने नहीं दे सकते।
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जनमत संग्रह हो: सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र या राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग जैसे निष्पक्ष संगठन जनमत संग्रह कर देखें कि कितने लोग इसके (CAA और NRC) पक्ष में हैं और कितने लोग इसके खिलाफ हैं। उन्होंने दोनों के खिलाफ बंगाल में एक बड़ी रैली निकाली और केंद्र सरकार को निशाने पर लिया।
सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन: देश के विभिन्न हिस्सों में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में व्यापक प्रदर्शन हुए, जबकि इस दौरान उत्तर प्रदेश और बिहार में हिंसा तथा आगजनी देखने को मिली। दिल्ली में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन पर लगी रोक के बावजूद गुरुवार को सड़कों पर उतरने के चलते सैकड़ों छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं को हिरासत में लिया गया, जबकि कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। कई मेट्रो स्टेशनों को भी बंद कर दिया गया, जिससे शहर में यातायात प्रभावित हुआ। हालांकि देर शाम तक मेट्रो स्टेशनों को खोल दिया गया।