कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या के मामले पर गुस्सा अभी भी थमा नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों से हड़ताल खत्म कर काम पर लौटने के लिए कहा है, लेकिन प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का कहना है कि हमारी मांगें पूरी नहीं हुई हैं और पीड़ित को न्याय नहीं मिला है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जूनियर डॉक्टरों का प्रदर्शन 5 बजे बाद प्रदर्शन जारी है। आरजी कर हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने पांच मांगे रखी हैं। खास बात यह है कि डॉक्टरों की इन मांगों में बंगाल के स्वास्थ्य सचिव और कोलकाता पुलिस चीफ का इस्तीफा शामिल है।

सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई 17 सितंबर को करेगा, जिसमें सीबीआई को जांच पर फ्रेश रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया गया है।

डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी

सैकड़ों जूनियर डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर साल्ट लेक में राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय स्वास्थ्य भवन की ओर मार्च किया। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का कहना है, “हमारी मांगें पूरी नहीं हुई हैं और पीड़ित को न्याय नहीं मिला है।” सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जूनियर डॉक्टरों ने राज्य सरकार को शाम 5 बजे तक उनकी मांगों पर ध्यान देने की चेतावनी दी, अन्यथा वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे।

क्या मांग कर रहे डॉक्टर?

बलात्कार का मामला सामने आने के बाद से आरजी कर हॉस्पिटल के बाहर डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं। अब डॉक्टरों ने अपनी पांच मांगे रखी हैं। इन मांगों में बंगाल के स्वास्थ्य सचिव का इस्तीफा, स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक (DHE) का इस्तीफा और पुलिस चीफ का इस्तीफा शामिल है। डॉक्टरों का कहना है कि मामले को 30 दिन बीत गए हैं लेकिन अभी तक सरकार ने कुछ खास कदम नहीं उठाए हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक 7 हजार डॉक्टर प्रदर्शन में शामिल हैं।