Kolkata Case: आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के प्रभारी अभिजीत मंडल (मंडल) को एक जूनियर डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के केस में सीबीआई शनिवार को गिरफ्तार किया था और कोर्ट ने उन दोनों को ही 17 सितंबर तक सीबीआई हिरासत में भेज दिया है। सीबीआई ने अदालत में दावा किया कि इसमें एक बड़ी साजिश हो सकती है और घोष और मंडल दोनों ने इस अपराध में कुछ महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं।
संदीप घोष की मांग करते हुए सीबीआई ने कहा कि उनसे ‘आमने-सामने’ पूछताछ की जरूरत है और दोनों ने ‘घटना को कमतर आंकने’ के साथ-साथ जघन्य अपराध को ‘छिपाने’ की कोशिश की है। घोष को 2 सितंबर को सीबीआई ने संस्थान में उनके कार्यकाल के दौरान कथित वित्तीय अनियमितताओं के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।
सीबीआई ने क्या लगाए आरोप?
सीबीआई ने शनिवार को आरोप लगाया कि मंडल और घोष अपराध स्थल को बिगाड़ने, सबूतों से छेड़छाड़ करने, आधिकारिक नियमों का उल्लंघन करने, आपराधिक साजिश रचने और जांचकर्ताओं को गुमराह करने में शामिल थे। रविवार को अदालत के समक्ष सीबीआई ने दावा किया कि मंडल को अपराध स्थल पर पहुंचने में असामान्य रूप से लंबा समय लगा, जबकि वहां पहुंचने में केवल पांच मिनट का समय लगा।
सीबीआई ने पुलिस द्वारा “सामान्य डायरी दाखिल करने के बारे में भी सवाल उठाए, जिसमें कहा गया था कि पीड़िता बेहोश पड़ी थी”, और “एफआईआर दर्ज करने में 14 घंटे की देरी” की ओर इशारा किया। सीबीआई के अनुसार, मंडल को घटना की जानकारी सुबह 10.03 बजे दी गई, लेकिन वह 11 बजे घटनास्थल पर पहुंचे।
SHO पर भी गंभीर हैं आरोप
SHO मंडल को शनिवार को सीबीआई के सामने पेश हुए और सात घंटे से ज़्यादा पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया। सीबीआई सूत्रों के अनुसार, जूनियर डॉक्टर की लाश मिलने के बाद मंडल अपनी भूमिका के बारे में उचित जवाब नहीं दे पाए। उन पर कथित तौर पर अपराध स्थल से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया गया। उन्होंने कथित तौर पर एफआईआर दर्ज करने में भी देरी की।
9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में जूनियर डॉक्टर का शव मिलने के एक दिन बाद, कोलकाता पुलिस से जुड़े नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया गया। रविवार सुबह करीब 11 बजे सीबीआई अधिकारी मंडल के साथ कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के इस्तीफे की मांग को लेकर नारेबाजी और प्रदर्शनकारियों के बीच कार में सीजीओ कॉम्प्लेक्स से बाहर निकले।