आरजी कर मामले को लेकर शनिवार को मार्च निकाल रहे ‘नबन्ना अभियान’ के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। यह प्रदर्शन उस जूनियर डॉक्टर के माता-पिता द्वारा बुलाया गया था, जिसकी 9 अगस्त 2025 को आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। प्रदर्शन में उनके साथ पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और भारतीय जनता पार्टी के विधायक शुभेंदु अधिकारी और पार्टी के अन्य विधायक भी शामिल हुए।
‘वह दिन दूर नहीं है जब हम पुलिस को भी पीटेंगे’
प्रदर्शन के दौरान स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस प्रदर्शन में भाजपा विधायक अशोक डिंडा भी शामिल थे, जिन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बंगाल पुलिस पर निशाना साधा। अशोक डिंडा ने कहा, “वह दिन दूर नहीं है जब हम पुलिस को भी पीटेंगे। पुलिस की खूब पिटाई होगी। एक बार भाजपा का शीर्ष नेतृत्व हमें निर्देश दे दे, तो हम पुलिस को इतना पीटेंगे कि उन्हें ममता बनर्जी के आंचल में छिपना पड़ेगा।”
प्रदर्शनकारियों की रैली शनिवार दोपहर रश्मोनी रोड से शुरू हुई, जहां प्रदर्शनकारी राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए हावड़ा के नबन्ना की ओर मार्च कर रहे थे। पुलिस ने कोलकाता और हावड़ा दोनों जगहों पर लोहे के बैरिकेड्स और रेलिंग लगा दी थी और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया था। पार्क स्ट्रीट पर भी झड़प हुईं, जहां प्रदर्शनकारियों ने रेलिंग हटाने और बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर मार्च रोक दिया।
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हम पीछे नहीं हटेंगे- शुभेंदु अधिकारी
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और भारतीय जनता पार्टी के विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कहा पत्रकारों से कहा, “हम पीछे नहीं हटेंगे। ममता सरकार डरी हुई है। इसीलिए पुलिस ऐसा कर रही है।” पीड़िता के पिता ने पुलिस पर रैली को रोकने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “लोगों की आवाज़ नहीं दबाई जाएगी। पुलिस विरोध प्रदर्शन को नहीं रोक सकती। उन्होंने हमें रानी रश्मोनी रोड स्थित विरोध स्थल पर आने से रोकने की कोशिश की। लेकिन किसी तरह, हम पुलिस से बचकर यहां आ गए। हमें न्याय मिलेगा।”
हावड़ा में संतरागाछी में प्रदर्शनकारियों ने लोहे के बैरिकेड्स पर चढ़कर सीमा पार करने की कोशिश की, जबकि हावड़ा मैदान में अन्य प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोक दिया। कई जगहों से प्रदर्शनकारियों ने नबन्ना की ओर बढ़ने की कोशिश की, लेकिन उन्हें नाकाम कर दिया गया। पुलिस ने विद्यासागर सेतु और हावड़ा ब्रिज को भी ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया। पश्चिम बंगाल पुलिस ने एक बयान में कहा, “चूंकि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए विद्यासागर सेतु को बंद कर दिया गया है, इसलिए नागरिकों से अनुरोध है कि वे आवागमन/यात्रा के लिए निवेदिता सेतु का उपयोग करें।”