Kochi Water Metro: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को एक और नई सौगात देने जा रहे हैं। पीएम मोदी मंगलवार (25 अप्रैल, 2023) को देश की पहली वॉटर मेट्रो राष्ट्र को समर्पित करेंगे। उद्घाटन समारोह तिरुवनंतपुरम में होगा। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंगलवार को शुरू की जाने वाली कोच्चि वॉटर मेट्रो को राज्य का एक “ड्रीम प्रोजेक्ट” बताया, जो कोच्चि के विकास और को गति देगा।747 करोड़ रुपये की परियोजना कोच्चि मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (केएमआरएल) द्वारा कार्यान्वित की जा रही है। यह परियोजना जर्मन फंडिंग एजेंसी Kreditanstalt für Wiederaufbau की सहायता से लागू की गई है।
केरल सीएम ने बताया- ड्रीम प्रोजेक्ट
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कोच्चि जल मेट्रो को राज्य का एक “ड्रीम प्रोजेक्ट” कहा जो कोच्चि के विकास और विकास को गति देगा। मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा, “विश्व स्तरीय #KochiWaterMetro टेक ऑफ! यह कोच्चि और उसके आसपास के 10 द्वीपों को जोड़ने वाली केरल की ड्रीम परियोजना है। हमारे परिवहन और पर्यटन क्षेत्रों के लिए रोमांचक समय आने वाला है!’
वॉटर मेट्रो कोच्चि और उसके आसपास के 10 द्वीपों को जोड़ेगी
KMRL और कोच्चि वाटर मेट्रो लिमिटेड (KWML) के प्रबंध निदेशक लोकनाथ बेहरा के अनुसार, वॉटर मेट्रो 8 इलेक्ट्रिक-हाइब्रिड वोट्स के साथ दो मार्गों- हाई कोर्ट-वाइपिन और वायटीला-कक्कनाड में नौकायन शुरू करेगी। जिसका परिचालन 26 अप्रैल से शुरू होगा। एक बार जब परियोजना पूरी तरह से चालू हो जाएगी तो इसके तहत 78 वॉटर बो्टस चलाई जाएंगी। इसके कुल 38 टर्मिनल होंगे, जिनमें से चार टर्मिनल पूरी तरह से शुरू किये जा चुके हैं। कोच्चि बैकवाटर में 76 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, जिसमें छह पंचायतें और तीन नगर पालिकाएं शामिल होंगी। यह एशिया की पहली वॉटर मेट्रो सेवा होगी। वॉटर मेट्रो कोच्चि और उसके आसपास के 10 द्वीपों को जोड़ेगी। इससे लोगों को आवागमन तो सुगम होगा ही सरकार को रेवेन्यू का अच्छा साधन मिलेगा।
कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित सभी नौकाएं हाइब्रिड और बैटरी चालित हैं। हालांकि, उनके पास डीजल से चलने वाले जनरेटर का बैकअप है। ये आधुनिक नौकाएं केरल जल परिवहन विभाग द्वारा संचालित कोच्चि से आसपास के द्वीपों के लिए फेरी सर्विसेस की जगह लेंगी, जिन्हें अक्सर सुविधाओं और सुरक्षा उपायों की कमी के लिए आलोचना का सामना करना पड़ता है।
मेट्रो में अंग्रेजी, हिंदी और मलयालम में दी जाएगी जानकारी
मेट्रो रेल के डिब्बों में उपलब्ध सभी यात्री सुविधाएं वोट्स पर उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा वोट जेटी को मेट्रो स्टेशनों के समान डिजाइन किया गया है। सभी जेटी में इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड होंगे। जब सेवाएं जोरों पर शुरू होंगी तो अंग्रेजी, हिंदी और मलयालम में घोषणाएं की जाएंगी। वातानुकूलित केबिनों वाली नावों में यात्रियों का प्रवेश और निकास महानगरों की तरह ही होगा।
वोट्स में दिव्यांग के लिए रैंप की सुविधा
सूत्रों ने कहा कि 7 करोड़ रुपये की लागत वाली प्रत्येक वोट में 50 लोगों के बैठने की क्षमता के साथ 100 यात्री बैठ सकते हैं। वोट्स में दिव्यांगों के लिए रैंप की सुविधा, माताओं के लिए फीडिंग चैंबर और मोबाइल रिचार्ज की सुविधा होगी। सभी वोट जेटी में वोट्स के लिए चार्जिंग की सुविधा होगी, जो आठ समुद्री मील प्रति घंटे की गति से चलेंगी।
अधिकारियों ने कहा कि नावों में स्वचालित बोट लोकेटिंग सिस्टम और यात्री नियंत्रण प्रणाली सहित आधुनिक सुरक्षा विशेषताएं होंगी। गैर-प्रदूषणकारी बैटरी चालित वोट्स को पारंपरिक घाटों के विपरीत शोर-मुक्त और कम तरंगों के साथ संचालित किया जा सकता है। वाटर मेट्रो से कोच्चि के बाहरी इलाके में द्वीपों पर रहने वाले लोगों के लिए एक आधुनिक परिवहन सुविधा देने के अलावा, कोच्चि बैकवाटर में पर्यटन क्षेत्र को एक बड़ा बढ़ावा देने की उम्मीद है।
यह है किराया-
केएमआरएल ने कहा कि दोनों मार्गों के लिए न्यूनतम टिकट किराया 20 रुपये और अधिकतम 40 रुपये होगा। वोट सर्विस 15 मिनट के अंतराल पर दिन में 12 घंटे उपलब्ध रहेगी। कोच्चि मेट्रो को 2017 में लॉन्च किया गया था और वॉटर मेट्रो के 2019 में शुरू होने की उम्मीद थी, लेकिन कई कारणों से इसमें देरी हुई।