बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। आकाश आनंद पिछले 6 सालों से राजनीति में काफी सक्रिय हैं। उनकी राजनीति में एंट्री साल 2017 में हुई थी। उस दौरान वह सहारनपुर में मायावती की एक जनसभा में उनके साथ मंच पर दिखे थे। आकाश आनंद का जन्म 1995 में हुआ था। 22 साल की उम्र में आकाश आनंद ने राजनीति में एंट्री की।

कौन हैं आकाश आनंद?

  • आकाश आनंद मायावती के भाई आनंद कुमार के बेटे हैं।
  • 2017 में मायावती ने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों से आकाश का परिचय लंदन से एमबीए ग्रेजुएट के रूप में कराया और उनसे कहा कि वह पार्टी मामलों में भी शामिल होंगे।
  • आकाश आनंद ने विदेश से अपनी पढ़ाई पूरी की है। आकाश आनंद ने लंदन से मास्टर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई की है।
  • 2019 के लोकसभा चुनाव में आकाश आनंद ने बसपा प्रमुख की चुनाव प्रचार रणनीति को मैनेज किया। इसके बाद 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में आकाश ने पार्टी के सोशल मीडिया को संभाला।
  • आकाश आनंद को 2019 में बसपा का नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया गया था। ये फैसला मायावती ने तब लिया था जब उन्होंने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद पार्टी संगठन में फेरबदल किया था।
  • 2022 में हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बसपा के स्टार प्रचारकों की सूची में आकाश आनंद का नाम दूसरे स्थान पर था। उन्हें विभिन्न राज्यों में विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी कैडर को तैयार करने का काम भी सौंपा गया था।

पार्टी का प्रदर्शन 2014 से रहा है निराशाजनक

बहुजन समाज पार्टी का प्रदर्शन 2014 से काफी खराब रहा है। 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई। 2017 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी को महज 19 सीटों पर जीत मिली।

2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीएसपी ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया और उसके 10 लोकसभा सांसद जीते। हालांकि यह गठबंधन कुछ महीनों बाद टूट गया। 2022 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी अकेले लड़ी और पार्टी को महज एक सीट पर जीत हासिल हुई।