दिल्ली के मुखर्जी नगर में सिख टेंपो ड्राइवर और पुलिस के बीच हुई झड़प में कई अहम बातें सामने आई हैं। जांच के दौरान पता चला है कि सिख ड्राइवर के खिलाफ पहले से 3 केस दर्ज हैं। वहीं, इस हमले में घायल हुए दिल्ली पुलिस के अधिकारी एएसआई योगराज का कहना है कि मैं सिर्फ अपना काम कर रहा था। उन्होंने इस मामले में न्याय मिलने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा, ‘‘ एक पुलिसकर्मी 24×7 ड्यूटी पर होता है और मुझे तत्काल कार्रवाई करनी थी। अगर कोई किसी पुलिसकर्मी को हथियार दिखाए या किसी अन्य पर ही सार्वजनिक स्थान पर हथियार दिखाए तो एक पुलिस अधिकारी के तौर पर कार्रवाई करना मेरा कर्तव्य था।’’ फिलहाल इस मामले में दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंप दी है।
बता दें कि दिल्ली के मुखर्जी नगर क्षेत्र में सिख टेंपो चालक के साथ सड़क पर मारपीट के मामले में 3 पुलिसकर्मियों को ‘गैर पेशेवर व्यवहार’ करने के आरोप में निलंबित किया गया है। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के खिलाफ केस दर्ज किया है।


एएसआई योगराज ने बताया कि वह टेंपो चालक को पीछे से पकड़ने की कोशिश कर रहे थे, क्योंकि वह अन्य पुलिसकर्मियों पर हमला कर रहा था। इस दौरान ड्राइवर का बेटा वहां आया और पुलिस अफसर के साथ मारपीट करने लगा।
इस घटना में घायल हुए एएसआई योगराज ने कहा, ‘‘ एक पुलिसकर्मी 24x7 ड्यूटी पर होता है और मुझे तत्काल कार्रवाई करनी थी। अगर कोई किसी पुलिसकर्मी को हथियार दिखाए या किसी अन्य पर ही सार्वजनिक स्थान पर हथियार दिखाए तो एक पुलिस अधिकारी के तौर पर कार्रवाई करना मेरा कर्तव्य था।’’
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में दलितों और अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़ने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। मायावती ने ट्वीट कर कहा, ‘‘उप्र के प्रतापगढ़ में दलित किसान की जलाकर कथित हत्या, डॉक्टरों की कल हड़ताल के दौरान लोहिया अस्पताल में उत्पात वास्तव में ज्यादती की उस श्रृंखला की ताजा कड़ी है जो लोकसभा चुनाव के बाद दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर हो रहे हैं।’’ बसपा प्रमुख ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि ये घटनाएँ अति-दु:खद और निन्दनीय हैं। उन्होंने सरकार से इस पर ध्यान देने की मांग की।
दिल्ली के मुखर्जीनगर में एक सिख टेम्पों चालक और पुलिस के बीच मारपीट हो गई जिसके बाद सीएम केजरीवाल पीड़ित से मिलने पहुंचे थे।
पीआरओ मधुर वर्मा ने बताया कि यह मामला अपराध शाखा को भेज दिया गया है। संयुक्त आयुक्त (उत्तरी रेंज) मनीष कुमार अग्रवाल मामले के तथ्यों का पता लगा रहे हैं। शुरुआती जांच के बाद 2 सहायक उपनिरीक्षकों सहित 3 पुलिसकर्मियों को गैरपेशेवर रवैया अपनाने पर निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, सिख ड्राइवर के हमले में 8 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि घटना पार्किंग विवाद को लेकर शुरू हुई या टेंपो से पुलिस की गाड़ी में टक्कर लगने के बाद। इसकी जांच की जा रही है।